समाचार शगुन उत्तराखंड

रचनात्मक शिक्षक मंडल की पहल पर स्कूली बच्चों की थियेटर,पेंटिंग और सिनेमा पर पांच दिवसीय कार्यशाला आज बुधवार 28 मई को शुरू हो गई है। कार्यशाला का विधिवत शुभारंभ उत्तराखंड बोर्ड सचिव वीपी सिमल्टी ने किया। इस मौके पर सिमल्टी ने हर दीर्घावकाश में शिक्षक मंडल द्वारा आयोजित की जाने वाली कार्यशालाओं की प्रशंसा करते हुए कहा थियेटर बच्चों की रचनात्मकता और कल्पना को बढ़ाते हैं, साथ ही उनके संचार कौशल, सहानुभूति, और टीम वर्क को भी विकसित करते हैं. इसके अलावा, थिएटर वर्कशॉप बच्चों को खुद को अभिव्यक्त करने, नए कौशल सीखने, और दूसरों के साथ जुड़ने का एक शानदार अवसर प्रदान करते हैं। साथ ही थिएटर में शामिल होने से बच्चों की एकाग्रता और सीखने की प्रेरणा बढ़ती है, जिससे वे अपने अध्ययन में बेहतर प्रदर्शन करते हैं. कार्यशाला संयोजक नवेंदु मठपाल ने जानकारी दी कि दिल्ली से थियेटर एक्सपर्ट धनंजय कुमार के नेतृत्व में अंतरिक्ष, सौम्या, अर्शी की 4 सदस्यीय टीम प्रतिभागी बच्चों को थियेटर की बारीकियां सिखाएंगी। कार्यशाला की शुरुआती दिवस में प्रतिभागी बच्चों ने खेल खेल में थियेटर की अनेक गतिविधियां करते हुए अपनी समझ को विकसित किया।थियेटर में आवाज के महत्व और उसको दमदार कैसे बनाया जाय के बाबत भी जानकारी दी गई। कोलकाता से आए हुए चित्रकार प्रनोवेश और टुम्पा ने बच्चों को पत्थरों पर चित्र उकेरने के साथ साथ रंग संयोजन के बाबत जानकारी दी।कार्यशाला में 70 बच्चे मौजूद हैं। कार्यशाला के पहले दिन के अंत में हिन्दुस्तान प्रजातांत्रिक सोशलिस्ट पार्टी के सदस्य और भगत सिंह के साथी, क्रांतिकारी दर्शन के एक प्रमुख सिद्धांतकार भगवती चरण वोहरा को उनके शहादत दिवस पर उन्हें श्रद्धांजलि भी दी गई। इस मौके पर डॉ.कमलेश अटवाल, नंदराम आर्य, जीतपाल कठैत, सीपी खाती, प्रमोद कांडपाल, आशीष, तरुण,लता, रिंकी आर्या आदि मौजूद रहीं।