हल्द्वानी में आयोजित हुए ईजा-बैंणी महोत्सव पर प्रतिक्रिया व्यक्त करते हुए कांग्रेस प्रदेश प्रवक्ता दीपक बल्यूटिया ने प्रदेश सरकार को आड़े हाथ लिया। उन्होंने कहा कि मुख्यमंत्री ने स्वयं को महिमा मंडित करने का आयोजन किया। जिसमें जिला प्रशासन ने बढ़चढ़कर कार्यक्रम की सफलता के लिए भूमिका निभाई। बल्यूटिया ने कहा पहली बार अपने को महिमामण्डित करने के लिए सरकारी धन का खुलकर दुरुपयोग किया गया। जो धन जनता के कल्याण में लगता उसे अपने प्रचार में उड़ाया गया। प्रदेश में जहां ईजा-बैणी अपने भाई बेटों की बेरोजगारी से त्रस्त हैं वहीं रसोई में महँगाई की मार, महंगे राशन ने ईजा- बैणी की कमर तोड़ दी है। आमा बुबू के इलाज के अस्पताल में सुविधा नहीं है। पहाड़ों में अस्पताल रेफर केंद्र बन गए हैं जिनमे एम्बुलेंस तक नहीं हैं बच्चों की शिक्षा के कोई इंतजाम नहीं हैं आए दिन सरकारी विद्यालय बंद हो रहे हैं और जो हैं उनकी हालत बहुत खराब है जिसमे शिक्षक भी मानक के अनुसार नहीं हैं। सड़के खस्ताहाल हैं आए दिन दुर्घटनाएं हो रही जिसमे लोगों की जान जा रही है। अंकिता इस प्रदेश की बेटी थी जिसकी निर्मम हत्या कर दी गई लेकिन आज तक उस सफेदपोश का नाम उजागर नहीं हुआ जो संलिप्त था। शहीद सैनिकों की वीरांगनाओं को उनको मिलने वाली सम्मान राशि 10 लाख रुपये से वंचित करने की मंशा से सरकार उच्चतम न्यायालय गई। जिससे साफ होता है कि सरकार सैनिकों की हितैषी नहीं है। ऐसे में महोत्सव के नाम पर स्वयं को महिमंडित किया जा रहा है। महोत्सव को सफल बनाने के लिए सरकारी धन की खुलकर बर्बादी की गई। आरटीओ ने 800 बसों को अधिग्रहण किया। 35000 भोजन के पैकेट जिसमें दूषित भोजन ईजा-बैणी को परोसा गया।