बाबा तरसेम सिंह हत्याकांड की साजिश रचने वाला रामपुर का सुल्तान नेपाल बार्डर से गिरफ्तार, एसएसपी ने कई और खुलासे किए

समाचार शगुन उत्तराखंड 

ऊधमसिंहनगर, रुद्रपुर। शनिवार को थाना नानकमत्ता में एसएसपी डॉ मंजूनाथ टीसी ने बाबा तरसेम सिंह हत्याकांड केस में दो और षड्यंत्रकारी को गिरफ्तार कर मामले में अपडेट की जानकारी दी है। उन्होंने बताया कि गिरफ्तार अपराधियों पर हत्या, लूट, गैंगस्टर जैसे जघन्य अपराध संबंधित दर्ज़नों मुकदमें दर्ज है। उन्होंने बताया कि हत्याकांड में शामिल मास्टर प्लानर के विरुद्ध साक्ष्य एकत्रित कर सख्त से सख्त कानूनी कार्रवाई की जाएगी। एसएसपी ने बताया कि पुलिस ऐसे लोगों की भी निगरानी कर रही है, जो बिना वजह के इस प्रकरण के संबंध में सोशल मीडिया में अफवाह फैल रहे हैं। उनके खिलाफ भी वैधानिक कार्रवाई होगी। उन्होंने बताया कि 28 मार्च को सुबह नानकमत्ता पुलिस को सुचना मिली थी कि डेरा कार सेवा प्रमुख बाबा तरसेम सिंह को बाईक सवार दो लोगों ने गोली मार दी है। सूचना पर पुलिस ने मौके पर जानकारी ली। बाबा तरसेम सिंह को नानकमत्ता में एक अस्पताल लेकर पहुंचे थे। वहां से हायर सेंटर स्वास्तिक अस्पताल खटीमा ले जाया गया जहां उपचार के दौरान उनकी मृत्यु हो गई । पुलिस ने मुकदमा दर्ज कर विवेचना सीओ सितारगंज बीएस चौहान को दी गई। मौके पर फॉरेन्सिक, दस्तावेजी, सीसीटीवी, बयानात चश्मदीद गवाहान व सर्विलांस की सहायता से ठोस साक्ष्य संकलन कर पहले दिलबाग सिंह व अमनदीप सिंह उर्फ काला, बलकार सिंह,हरविन्दर सिंह उर्फ पिन्दी, जसपाल सिंह,परगट सिंह,सुखदेव सिंह उर्फ सोनू गिल की गिरफ्तारी की गई थी। घटना में प्रयुक्त 2 कारें, डीवीआर, मोबाईल फोन आदि बरामद किया। एसएसपी के मुताबिक मुकदमें में वांछित मुख्य शूटर अमरजीत सिंह उर्फ बिट्टू उर्फ गंडा व सरबजीत सिंह के वारंट लेकर 1 लाख रूपये का ईनाम घोषित किया। मुख्य शूटर अमरजीत सिंह उर्फ बिट्टू उर्फ गंडा की 9 मार्च को पुलिस मुठभेड़ के दौरान भगवानपुर जनपद हरिद्वार में मारा गया। जबकि दूसरा शूटर फरार है। उसकी तलाश की जा रही है। मुकदमें में 20 हजार के इनामी सुल्तान को गिरफ्तार करने के लिए भी एसआईटी की विभिन्न टीमें दिल्ली, हरियाणा, उत्तर प्रदेश व पंजाब के विभिन्न स्थानों पर लगातार दबिश देती रही। लंबा आपराधिक इतिहास के कारण शातिराना तरीके से अपने ठिकाने बदलकर खुद को छुपाता रहा । सुल्तान को पिल्लूखेडा थाना क्षेत्र जनपद जिन्द हरियाणा से 12 मार्च को गिरफ्तार किया गया। सतनाम पर सहयोगियों से मिल कर बाबा तरसेम की हत्या का षडयन्त्र रचा। षडयन्त्र को पूरा करने के लिए उन्होंने आवास विकास स्थित गुरुद्वारे व दिलबाग के घर पर की गई। मीटिंगों में विस्तृत योजना बनायी तथा हत्या हेतु सरबजीत व अमरजीत नाम के पेशेवर अपराधियों को अपने साथियों के साथ मिलकर पैसा, मोबाईल, हथियार व अन्य संसाधन उपलब्ध कराकर साजिस को अंजाम तक पहुंचाया। सुल्तान तराई क्षेत्र में गुरुद्वारों व सिक्ख समुदाय से जुडे धार्मिक स्थालों पर वर्चस्व को लेकर चल रही रंजिश के कारण अभियुक्त सुल्तान ने कुछ प्रभावशाली लोगों के साथ मिलकर बाबा तरसेम की हत्या करने के लिए दिलबाग, बलकार, परगट व हरविन्दर उर्फ पिन्दी व सतनाम को षडयन्त्र में शामिल करते हुए सुनियोजित तरीके से घटना को अंजाम देने का आरोप है। मुख्य शूटर अमरजीत उर्फ बिट्टू उर्फ गंडा से सीधा सम्पर्क भी प्रकाश में आया। एसएसपी ने बताया कि पैसा व अन्य संसाधन उपलब्ध कराने में भी अभियुक्त सुल्तान की मुख्य भूमिका रही है। पुलिस अभियुक्तगणों की अपराध में संलिप्तता विषयक ठोस साक्ष्य संकलन वैज्ञानिक पद्धति से किया जा रहा है । इस दौरान एसपी सिटी मनोज कुमार कत्याल, सीओ खटीमा आदि मौजूद रहे।

गिरफ्तार अभियुक्तगणों का विवरण-

  1. सुल्तान सिंह पुत्र इन्दर सिंह निवासी गदाफार्म थाना बिलासपुर जिला रामपुर यूपी।

2-सतनाम सिंह पुत्र जगीर सिंह निवासी कुईया महोलिया थाना बंडा जिला शाहजहाँपुर यूपी। आरोपी सुल्तान सिंह पर यूपी व उत्तराखंड में 11 मुकदमे दर्ज हैं व सतनाम सिंह पर दो मुकदमे दर्ज हैं।

वांछित अभियुक्तगण का विवरण—-

1-सरबजीत सिंह पुत्र स्वरूप सिंह निवासी मियाविंड थाना वैरोवाल जिला तरनतारण पंजाब (शूटर)

बाईस्तवा एफआईआर अभियुक्तगण जिनके अपराध में संलिप्पता विषयक साक्ष्य संकलन की कार्यवाही प्रचलित है।

1- बाबा अनूप सिंह पुत्र राम सिंह निवासी नवाबगंज रामपुर यूपी।

2- प्रीतम सिंह संधू पुत्र लाल सिंह निवासी खेमपुर थाना गदरपुर जिला ऊधमसिंहनगर

3- हरवंश सिंह चुघ पुत्र रणजीत सिंह चुघ निवासी गदरपुर जिला ऊधमसिंहनगर

4- फतेहजीत सिंह खालसा पुत्र सुक्खन सिंह निवासी बिलहरा माफी थाना अमरिया जिला पीलीभीत यूपी।

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