समाचार शगुन हल्द्वानी उत्तराखंड
तराई पूर्वी वन प्रभाग के डोली रेंज में तैनात वन कर्मी कैलाश भाकुनी बीती 11 अगस्त की रात बाइक से शांतिपुरी बैरियर में ड्यूटी पर जा रहे थे कि नगला के पास एक सांड से जोरदार भिड़ंत हो गई थी। हादसे में वह गंभीर रूप से घायल हो गया। सूचना मिलते ही वन कर्मियों ने उसे रुद्रपुर स्थित निजी चिकित्सालय में भर्ती कराया मगर हालत नाजुक देखते हुए राम मूर्ति चिकित्सालय बरेली रेफर किया गया। वहां भी हालत में सुधार न होने पर परिजन उसे दिल्ली एम्स ले गए। यहां से वन कर्मी को मेदांता हॉस्पिटल ले जाया गया. जहां उसे वेंटिलेटर पर रखा गया था. आज बुधवार को उपचार के दौरान वन कर्मचारी की मौत हो गई।
भाकुनी अपने पीछे भरा पूरा परिवार छोड़ गए हैं। उनके परिवार में पत्नी के अलावा दो बच्चे हैं। वन कर्मी के मौत के बाद परिवार में कोहराम मचा हुआ है। कर्मचारी की मौत के बाद वन विभाग में भी शोक की लहर है। स्थानीय लोगों का कहना है कि आवारा जानवरों को चलते लगातार सड़क हादसे हो रहे हैं। आवारा जानवर लोगों के ऊपर भी हमला कर रहे हैं। लोगों का कहना है कि आवारा पशुओं को पकड़ने के लिए नगर निगम और सरकार से कई बार गुहार लगा चुके हैं, लेकिन कोई सुनवाई नहीं हो रही है।