समाचार शगुन हल्द्वानी उत्तराखंड
रोडवेज कर्मचारी संयुक्त परिषद कुमाऊं क्षेत्र की मंगलवार 30 जुलाई को मासिक बैठक क्षेत्रीय अध्यक्ष जगदीश कांडपाल की अध्यक्षता में क्षेत्रीय कार्यालय काठगोदाम में आहूत की गई। बैठक का संचालन क्षेत्रीय मंत्री श्याम सिंह शाही ने किया। बैठक में कुमाऊं क्षेत्र के सभी आठ डिपोज तथा मंडली एवं प्रशासनिक कार्यालय के क्षेत्रीय पदाधिकारी उपस्थित थे। बैठक का मुख्य एजेंडा संविदा विशेष श्रेणी आउटसोर्स तकनीकी कर्मचारियों के नियमितकरण का था। प्रदेश अध्यक्ष आन सिंह जीना ने बैठक के माध्यम से मांग रखी की परिवहन निगम में माननीय हाईकोर्ट के निर्देशानुसार 10 वर्ष से अधिक समय से कार्य कर रहे संविदा आउटसोर्स दैनिक तकनीकी वाहय स्त्रोत कर्मचारीयों का विनिमितीकरण किया जाए। क्षेत्रीय अध्यक्ष जगदीश कांडपाल ने प्रबंधन और राज्य सरकार पर निगम की संपत्ति को खुर्द-बुर्द करने का आरोप लगाया। उन्होंने बताया कि गरमपानी, कैंची धाम, रामगढ़, नैनीताल और हल्द्वानी में जो संपत्ति सन 1947 और 50 से रोडवेज के पास है। सरकार उसे हड़प कर निजी हाथों में बेचना चाह रही है। इस संबंध में शासन के खिलाफ निंदा प्रस्ताव लाया गया। क्षेत्रीय मंत्री श्याम सिंह साही ने कहा कि उत्तराखंड परिवहन निगम उत्तराखंड की जनता को सुलभ एवं सस्ती सेवा देने में कामयाब नहीं है क्योंकि निगम के पास पर्वतीय क्षेत्र में चलाने के लिए बस ही नहीं है और न ही उत्तराखंड सरकार की मंशा पर्वतीय क्षेत्र में बस चलाने की है। उत्तर प्रदेश से अलग होने के बाद उत्तराखंड परिवहन निगम की पर्वतीय क्षेत्र की लगभग दो दर्जन मार्गो की सेवाएं बंद हो चुकी हैं। प्रदेश उपाध्यक्ष शंकर सिंह ने बताया कि वर्तमान में निगम अधिकारियों के द्वारा आरटीओ के साथ संयुक्त चेकिंग बंद होने के कारण पूरे कुमाऊं क्षेत्र मे डग्गामार प्राइवेट ऑपरेटरों का बोलबाला हो गया है। जिससे परिवहन निगम को प्रतिदिन लाखों रुपए का नुकसान हो रहा है और सरकार को टैक्स की हानि हो रही है। बैठक में वर्ष 2024-25 के लिए प्राथमिक शाखाओं में चुनाव के संबंध में चर्चा की गई और प्रदेश प्रबंध समिति के निर्देशानुसार प्राथमिक शाखाओं के चुनाव 20 अगस्त से 10 सितंबर 2024 के मध्य करा लिए जाएंगे। बैठक में प्रदेश उपाध्यक्ष जगमोहन, मनोहर रावत, गोपाल, मोहम्मद इमरान, उमेश जोशी, सुरेंद्र रावत, अमित जंगवाल, भोपाल जोशी, डीडी जोशी, नवीन, महेंद्र, राजेंद्र, पूरन चंद्र बिष्ट आदि उपस्थित थे।