अंजान की मदद को 338 किलोमीटर दूर हल्द्वानी पहुंच गया लाल सिंह

  1. समाचार शगुन हल्द्वानी उत्तराखंड 

 

 जरूरतमंद व असहाय की मदद करने के लिए घरबार छोड़कर 338 किलोमीटर दूर आ गए लेकिन काफी मेहनत और प्रयास के बाद भी युवक की जान नहीं बच पाई। इंसानियत की मिसाल देता पूर्व प्रधान का यह अंदाज तब सामने आया जब चोटिल युवक की मौत हो गई और शव पोस्टमार्टम हाउस पहुंचा।

वाक्या पिथौरागढ़ जिले के धारचूला के दर गांव के पूर्व प्रधान लाल सिंह बिष्ट से जुड़ा है। बीती नौ नवंबर को लाल सिंह को गांव के पास ही एक युवक घायल हालत में पड़ा मिला। उसे धारचूला के अस्पताल में दिखाया गया लेकिन संसाधनों के अभाव में या यूं कहें हर बार की तरह मरीज को रेफर कर दिया गया। इस पर लाल सिंह घर छोड़ युवक को उपचार कराने के लिए सुशीला तिवारी अस्पताल ले आए। 18 नवंबर 2025 की सुबह युवक ने दम तोड़ दिया। पोस्टमार्टम कराने के बाद लाल सिंह ने रानीबाग में युवक की अंत्येष्टि भी कराई। फोन पर बातचीत में लाल सिंह ने बताया कि युवक ने खुद का नाम 42 वर्षीय विष्णु सौन बताया था। वह अक्सर धारचूला आता था। परिजनों के बारे में वह सही जानकारी नहीं दे पाया। चिकित्सकों ने जब उसकी जांच की तो रीढ़ की हड्डी टूटने का पता चला। पूर्व प्रधान ने बताया कि वह अब तक गरीबों व असहायों की मदद करते रहे हैं।

 

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