समाचार शगुन हल्द्वानी उत्तराखंड
काठगोदाम, हल्द्वानी, लालकुआं, रुद्रपुर से हजारों छात्रों, व्यापारियों, मजदूरों, मरीजों व आम जन को कम किराए में केवल 115 में हल्द्वानी से दिल्ली पहुंचाने वाली ट्रेन संपर्क क्रांति एक्सप्रेस के संचालित दिनों में आधी कटौती रेलवे द्वारा कर दी गई है। इसी तरह हावड़ा जाने वाली बाघ एक्सप्रेस और लालकुआं आनंद विहार ट्रेन के संचालन में भी कटौती कर दी गई है। इसके पीछे तर्क दिया जा रहा है कि कोहरे के कारण ट्रेन अब एक दिन छोड़कर चलेगी। रेलवे प्रशासन द्वारा दिया गया कोहरे का तर्क सफेद झूठ है। पहली बात तो यह कि अभी दिल्ली और उत्तराखंड के बीच कोहरा लगना शुरू भी नहीं हुआ है। दूसरी बात यह संपर्क क्रांति ट्रेन ट्रेन अपने अधिकांश घंटे दिन में ही तय करती है और दिन में कोहरा नहीं लगता है। तीसरी बात यह कि दिल्ली जाने वाली शताब्दी एक्सप्रेस जो कि बेहद महंगी ट्रेन है उस पर कोहरे की संभावना का कोई असर सरकार और रेलवे को नहीं दिखाई देता। इसी तरह रानीखेत एक्सप्रेस जो कि रात को चलती है और सुबह अंधेरे में ही पहुंचती है, जिसे कोहरे का सामना सबसे अधिक सामना करना पड़ता है उसके संचालित दिनों में कोई कटौती नहीं की गई है। यानि हल्द्वानी से 115 रुपए में दिल्ली पहुंचा देने वाली ट्रेन के मुकाबले 1000 रूपये में दिल्ली ले जाने वाली शताब्दी ट्रेन को बढ़ावा देने का सरकार का इरादा साफ नजर आ रहा है जो कि मोदी सरकार द्वारा रेलों के निजीकरण की ओर ले जाने के कदम की ही एक कड़ी प्रतीत होती है। यह बात भाकपा माले के नैनीताल जिला सचिव कैलाश पाण्डेय ने प्रेस को बयान जारी कर कही। उन्होंने कहा कि आज तक ऐसा कभी नहीं हुआ कि कोहरे की संभावना के कारण एडवांस में इतने महीनों तक किसी भी ट्रेन का संचालन रोका गया हो। इसका एक सीधा कारण जो नजर आता है वह ये है कि सरकार सस्ती ट्रेनों का संचालन कम करके शताब्दी और वंदे भारत जैसी महंगी ट्रेनों में जाने को जनता को मजबूर करना चाहती है और किराए के नाम पर मोटा पैसा जनता से वसूल करने की मोदी सरकार की योजना है। धीरे-धीरे सस्ती ट्रेनों का संचालन बहुत कम करके महंगी ट्रेनों में ही सफर कराया जाय और पहले से ही महंगाई की मार झेल रही जनता की जेब पर डाका डाला जाय। वरना ऐसा कोई कारण नहीं नजर नहीं आता जिससे जनता की सस्ती ट्रेन का संचालन बंद करके यात्रियों को परेशानी में डाला जाए। भाकपा माले मांग करती है कि रेलवे को अपने इस फैसले को तुरंत वापिस लेना चाहिए और संपर्क क्रांति समेत सभी ट्रेनों जिनको बिना कोहरा शुरू हुए बेवजह कोहरे के नाम पर एडवांस में कैंसिल कर दिया गया है, व्यापक जनहित में उनका संचालन सुचारू रूप से प्रतिदिन किया जाना चाहिए।