समाचार शगुन, हल्द्वानी उत्तराखंड
महानगर हल्द्वानी के व्यापारी संगठनों के प्रतिनिधियों ने शनिवार को नगर निगम में प्रशासन द्वारा बुलाई गई बैठक का बहिष्कार किया। बैठक में जिलाधिकारी के अनुपस्थिति होने पर व्यापारियों द्वारा भारी विरोध प्रदर्शन किया। इस दौरान प्रांतीय उद्योग व्यापार प्रतिनिधिमंडल के जिलाध्यक्ष विपिन गुप्ता ने कहा कि व्यापारियों की दुकानों को यदि एक इंच भी हिलाया गया तो व्यापारी आरपार की लड़ाई के लिए तैयार हैं। देवभूमि उद्योग व्यापार समिति के प्रदेशाध्यक्ष अमरजीत सिंह चड्डा एवं महानगर अध्यक्ष गोविंद बगडवाल ने कहा कि सड़क चौड़ीकरण के नाम पर व्यापारियों का उत्पीडन हो रहा है। इससे उनके समक्ष रोजी रोटी का संकट खड़ा हो गया है। रात्रि में अतिक्रमण हटाने के नाम पर व्यापारी समाज को डराने का कार्य किया जा रहा है। जिसका हर प्रकार से विरोध किया जायेगा। प्रांतीय उद्योग व्यापार प्रतिनिधिमंडल के महानगर अध्यक्ष योगेश शर्मा एवं महामंत्री मनोज जायसवाल ने कहा कि अतिक्रमण का कोई विरोध नहीं है लेकिन पचास साल से अपनी दुकान पर कारोबार कर अपने परिवार की आजीविका चलाने वाले व्यापारियों की दुकान अचानक प्रशासन को अतिक्रमण लगने लगी। व्यापारी की आजीविका से छेड़छाड़ की गई तो वे सड़कों पर उतरकर उग्र प्रदर्शन को बाध्य होंगे। देवभूमि उद्योग व्यापार मंडल के संस्थापक अध्यक्ष हुकुम सिंह कुंवर ने कहा कि व्यापारी समाज एकजुट है और किसी भी व्यापारी का शोषण बर्दाश्त नहीं किया जायेगा। प्रांतीय उद्योग व्यापार प्रतिनिधिमंडल के जिला महामंत्री हर्षवर्द्धन पांडे ने कहा कि हल्द्वानी की पौराणिक बाजार के अस्तित्व को जो खत्म करने की साजिश प्रशासन कर रहा है वो सरासर गलत है, जिसके लिए आम जनता को अपने साथ लेकर आंदोलन के लिए बाध्य होना पड़ेगा। प्रशासन वास्तव में यदि अतिक्रमण हटाकर जाम से मुक्ति शहर को दिलाना चाहता है तो सबसे पहले हल्द्वानी से बस स्टेशन और केमू स्टेशन को बाहर करे जिससे कि टैक्सियां भी शहर से बाहर हो जाएंगी और यातायात सुगम होगा, केवल व्यापारियों को उजाड़कर कुछ नहीं होने वाला है। प्रदर्शन करने वालों में मुकेश ढींगरा, प्रेम चौधरी, मोइन बाबा, इंदरजीत अरोड़ा, लक्की अरोड़ा, सतवंत सिंह अरोड़ा, नवनीत भसीन, अशोक सिंधी, केतन गुप्ता ,रिंकल अरोड़ा, अरविंद चौहान, संदीप सक्सेना आदि शामिल थे।