दुष्कर्म एवं पॉक्सो एक्ट के आरोपी नैनीताल दुग्ध संघ अध्यक्ष मुकेश बोरा के मददगारों पर पुलिस का शिकंजा कसता जा रहा है। पुलिस ने बोरा के मददगार भाजपा से जुड़ी धारी की ब्लॉक प्रमुख आशा रानी, कांग्रेस नेता भीमताल के निवर्तमान पालिकाध्यक्ष देवेंद्र सिंह चनौतिया और ट्रांसपोर्टर सुरेंद्र सिंह परिहार के मोबाइल फोन की जांच शुरू कर दी है। चारों के मोबाइल की सीडीआर भी खंगाली जा रही है। वहीं बोरा से मददगारों ने कैसे संपर्क कर किस तरह मदद की, इसका भी पता लगाया जा रहा है। मुकेश बोरा के खिलाफ दर्ज हुए दुष्कर्म के मुकदमे में बीते सोमवार को पुलिस ने आईपीसी की धारा 212 के तहत धारी ब्लॉक प्रमुख आशा रानी, उनके पति परिवहन कर अधिकारी नंदन प्रसाद आर्या, कांग्रेस नेता निवर्तमान पालिकाध्यक्ष चनौतिया और ट्रांसपोर्टर परिहार का नाम शामिल किया था। इन पर आरोपी बोरा को छिपाने और भागने में मदद करने का आरोप है। इसका खुलासा बीती 19 सितंबर को हुआ था। सबसे पहला नाम ब्लॉक प्रमुख आशा के पति जसपुर के परिवहन कर अधिकारी नंदन आर्या का था। उनके मोबाइल की जांच में परत-दर-परत बाकी लोगों के नाम भी सामने आते गए। मुकदमे में नाम शामिल होने के बाद पुलिस ने आर्या के अलावा बाकी तीनों आरोपियों के मोबाइल फोन भी जब्त कर उनकी जांच शुरू कर दी है। सूत्रों के अनुसार, सामान्य फोन कॉल की बजाय ज्यादातर बातचीत व्हाट्सऐप कॉल के जरिए होने की बात पुलिस जांच में सामने आ रही है। हालांकि पुलिस इस मामले में कुछ भी कहने से फिलहाल बच रही है। मोबाइल पर बातचीत के सुबूत खंगालने के साथ ही गूगल लोकेशन भी ट्रेस की जा रही है।
दुष्कर्म के आरोपी नैनीताल दुग्ध संघ के अध्यक्ष मुकेश बोरा के मददगार बने भाजपा व कांग्रेस नेता के मोबाइल जब्त
समाचार शगुन हल्द्वानी उत्तराखंड