समाचार शगुन हल्द्वानी उत्तराखंड
उत्तराखंड स्पेशल टास्क फोर्स ने साइबर अपराधियों के खिलाफ बड़ी कार्रवाई की है। एक ऑनलाइन धोखाधड़ी के नेटवर्क का एसटीएफ और पुलिस ने हल्द्वानी से साइबर अपराधियों के गिरोह में शामिल छह लोगों को गिरफ्तार किया है। जो फर्जी वेबसाइटों और गेमिंग प्लेटफॉर्म्स का इस्तेमाल कर साइबर धोखाधड़ी को अंजाम दे रहे थे। सभी एक होमस्टे में किराये के कमरे में रह रहे थे।
एसएसपी एसटीएफ नवनीत सिंह ने शुक्रवार को प्रेस जारी करते हुए कहा कि एसटीएफ को नैनीताल के काठगोदाम थाना क्षेत्र के अमृतपुर में एक बड़े साइबर ठगी गिरोह की मौजूदगी की सूचना मिली थी। जानकारी के अनुसार ग्राम बासुली अमृतपुर में एक निर्माणाधीन होमस्टे के दो बाहरी कमरों से स्थानीय युवक लैपटॉप और मोबाइल के माध्यम से साइबर धोखाधड़ी कर रहे थे। ये अपराधी अन्य बड़े साइबर गिरोहों से जुड़े थे। जो इंटरनेट, व्हाट्सएप और टेलीग्राम ग्रुपों के जरिए विभिन्न लोगों के नाम पर खोले गए फर्जी बैंक खाते, सिम कार्ड और बार कोड स्कैनर इन्हें उपलब्ध कराते थे। पुलिस की प्रारंभिक जांच में पता चला है कि ठगों ने करोड़ों रुपये इधर से उधर किए हैं। एएसपी स्वप्न किशोर, सीओ अंकुश मिश्रा और सीओ आरबी चमोला के पर्यवेक्षण में एक टीम गठित की गई। जिसके बाद काठगोदाम थाना पुलिस के साथ मिलकर अमृतपुर स्थित किराए के मकान पर छापा मारा। वहां एक बंद कमरे में लैपटॉप, मोबाइल और बैंक खातों का इस्तेमाल करते हुए लोगों के साथ धोखाधड़ी कर रहे छह आरोपियों को रंगे हाथों पकड़ा है।
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गिरफ्तार किए गए आरोपी
साइबर ठगी के गिराहे में शामिल सेंटर संचालक जतिन पांडे (21) निवासी अमृतपुर, भीमताल ही मुख्य आरोपी है। इसके अलावा कमल किशोर (20) निवासी जाड़ापानी, मुक्तेश्वर, हर्ष बोरा (19) निवासी किशनपुर रैकवाल गौलापार, कौशल किशोर उर्फ आशीष ठाकुर (25) निवासी बराहीमपुर उत्तर प्रदेश, प्रेम कुमार (20) निवासी धौलाखेड़ा हल्द्वानी, करन केवट (22) निवासी धौलाखेड़ा, हल्द्वानी को गिरफ्तार किया है।