समाचार शगुन उत्तराखंड
वंचित समुदाय और बालिका शिक्षा के लिए सावित्रीबाई फुले हमेशा याद रखी जाएंगी। यह बात रचनात्मक शिक्षक मंडल संयोजक नवेंदु मठपाल ने सावित्रीबाई फुले सांयकालीन स्कूल पटरानी में सावित्रीबाई फुले की 128 वें स्मृति दिवस पर आयोजित कार्यक्रम में कहीं। मठपाल ने कहा कि आज से 175 वर्ष पूर्व फुले दंपत्ति और उनके सहयोगी के रूप में उस्मान शेख और उनकी बहन फातिमा शेख ने शिक्षा की अलख जगा भारतीय समाज को नई दिशा दी।
विद्यालय संयोजिका रिंकी आर्या ने कहा फुले दंपति ने सभी प्रकार के विरोध को सहा पर अपने मिशन से पीछे नहीं हटे। न केवल शिक्षा के लिए काम किया बल्कि विधवा विवाह और परित्यकता महिलाओं के जीवन में सुधार के लिए भी अनेकानेक कम किए गए।इस मौके पर सायंकालीन स्कूल के बच्चों द्वारा अनेक रंगारंग कार्यक्रम भी प्रस्तुत किए गए। शिक्षक सुजल कुमार द्वारा बच्चों को स्काउट से संबंधित गतिविधियां करवाई गईं। इस मौके पर सुजल कुमार, पिंकी, रिंकी, सोनम नेगी, पायल नेगी, पवन कुमार, मो.हसन, ताज मोहम्मद, निदा, तानिया, अलिना आदि मौजूद रहे।