समाचार शगुन हल्द्वानी उत्तराखंड
स्मार्ट मीटर लगाने का प्रदेश व्यापी विरोध किया जाएगा।
प्रांतीय उद्योग व्यापार प्रतिनिधि मंडल उत्तराखंड के प्रदेश कार्यकारिणी ने बिजली के स्मार्ट मीटर लगाए जाने का खुलकर विरोध करने का निर्णय लिया है। संगठन के प्रदेश अध्यक्ष नवीन वर्मा ने ऊर्जा विभाग को सचेत करते हुए कहा है कि वे स्मार्ट मीटर लगवाने का काम तत्काल प्रभाव से रोक दें क्योंकि विद्युत विभाग पहले अपने को स्मार्ट बनाएं और प्रदेश के मूलभूत ढांचे को दृष्टिगत करते हुए वर्तमान व्यवस्था को ही चलने दें। उन्होंने कहा कि हमारे प्रदेश का ज्यादातर भाग पर्वतीय क्षेत्रों का है जहां पर मूलभूत सुविधाओं का अभाव है लोग जीवन यापन के लिए कठिन परिश्रम करते हैं ऐसे में स्मार्ट मीटर की प्री-पेड रिचार्ज समाप्त हो जाए तो उन्हें अंधेरे में रहना पड़ेगा। यही बात व्यापार जगत की भी है कभी भूलवश रिचार्ज समाप्त हो गया तो व्यवसाय में सीधा असर पड़ेगा। संगठन के प्रदेश महामंत्री प्रकाश मिश्रा ने भी स्मार्ट मीटर लगाए जाने की तीव्र आलोचना करते हुए कहा कि हमें पहले अपने प्रदेश की मूलभूत आवश्यकताओं, पर्यटन और यातायात व्यवस्था को चाक-चौबंद करने की आवश्यकता है न कि स्मार्ट मीटर लगवाने की। हम इस प्रणाली का पुरजोर विरोध करेंगे। कार्यकारी अध्यक्ष प्रमोद गोयल एवं कोषाध्यक्ष राजेश अग्रवाल ने भी स्मार्ट मीटर लगाए जाने का खुलकर विरोध जताया है। संगठन की ओर से जारी विज्ञप्ति में कहा गया है कि प्रदेश के सभी जिलों से विरोध स्वरूप ज्ञापन माननीय मुख्यमंत्री जी एवं सचिव उर्जा विभाग को भेजें जाएंगे। दूसरे चरण में प्रदेश की समस्त ३८४ नगर इकाइयों द्वारा विरोध किया जाएगा। यदि सरकार फिर भी नहीं सुनेगी तो प्रदेशव्यापी आंदोलन किया जाएगा।