समाचार शगुन हल्द्वानी उत्तराखंड
नैनीताल जिले के सैनिक स्कूल घोड़ाखाल में छात्र-छात्राओं के साथ छेड़छाड़ का मामला सामने आया है। स्कूल के दो कर्मचारियों पर छेड़छाड़ का आरोप लगाया गया है। प्रकरण सामने आने के बाद डीएम नैनीताल वंदना ने संयुक्त मजिस्ट्रेट नैनीताल को जांच अधिकारी बनाया है। वहीं एक टीम आज गुरुवार को स्कूल जाकर मामले की जांच करेगी। आरोप है कि स्कूल के एक चतुर्थ श्रेणी व एक अन्य कर्मचारी ने नाबालिगों छात्राओं के साथ छेड़छाड़ की है। चतुर्थ श्रेणी कर्मचारी के मामले में डीएम नैनीताल वंदना ने संयुक्त मजिस्ट्रेट नैनीताल को जांच अधिकारी बनाया है। प्रधानाचार्य को प्रकरण पर अपना पक्ष रखने के लिए आज गुरुवार को संयुक्त मजिस्ट्रेट कार्यालय बुलाया गया है। जबकि दूसरे कर्मचारी पर आरोपों की जांच के लिए गुरुवार को अधिकारियों की एक टीम स्कूल जाएगी। नैनीताल जिले में स्थित सैनिक स्कूल घोड़खाल में देशभर के बच्चे पढ़ने आते हैं। यहां छात्र-छात्राओं (कैडेट) के साथ यौन दुर्व्यवहार का मामला सामने आने के बाद बच्चों की सुरक्षा पर सवाल उठने लगे हैं। उत्तर प्रदेश के कानुपर निवासी एक व्यक्ति ने इस संबंध में एक शिकायती पत्र नैनीताल डीएम को भेजा है। इसमें उन्होंने बताया है कि सैनिक स्कूल घोड़ाखाल में चपरासी पद पर तैनात एक कर्मचारी नाबालिग कैडेटों-छात्राओं के साथ यौन दुर्व्यवहार करता है। उन्हें अनुचित तरीके से स्पर्श करता है। डीएम ने शिकायती पत्र का संज्ञान लेते हुए संयुक्त मजिस्ट्रेट वरुणा अग्रवाल को जांच अधिकारी नामित किया है। जांच अधिकारी की ओर से घोड़ाखाल सैनिक स्कूल के प्रधानाचार्य को आज 26 सितंबर को सुबह 11 बजे कार्यालय पहुंचकर अपना पक्ष रखने को कहा है। वहीं स्कूल के एक अन्य कर्मचारी पर भी छात्राओं से छेड़खानी करने का आरोप है। कानूनगो, दो पटवारी (एक महिला पटवारी) की मौजूदगी वाली एक टीम इस मामले में गठित की गई है। टीम गुरुवार को जांच के लिए स्कूल जाएगी।