समाचार शगुन हल्द्वानी उत्तराखंड
प्रेरणा हिंदी प्रचारिणी सभा का ऐतिहासिक हिंदी राष्ट्रीय सम्मेलन दिल्ली में आयोजित किया गया। इस राष्ट्रीय सम्मेलन का संयोजन युगपुरुष अटल बिहारी बाजपेई सेवा संस्थान 18 पूसा रोड करोलबाग नई दिल्ली ने किया। जिसमें ओखलकांडा क्षेत्र के कवि संजय परगांई को संस्था के संस्थापक द्वारा आमंत्रित किया गया था। हिंदी को राष्ट्रभाषा बनाने हेतु जंतर मंतर पर ऐतिहासिक सभा व प्रदर्शन के पश्चात राष्ट्रीय सम्मेलन में सम्मान समारोह व पुस्तक विमोचन, विचार गोष्ठी के पश्चात विराट कवि सम्मेलन आयोजित किया गया।
कवि संगम त्रिपाठी संस्थापक प्रेरणा हिंदी प्रचारिणी सभा के नेतृत्व में आयोजित राष्ट्रीय सम्मेलन के मुख्य अतिथि डॉ.देवी पन्थी एसोसिएट प्रोफेसर त्रिभुवन विश्वविद्यालय अध्यक्ष चारु साहित्य प्रतिष्ठान नेपाल, कार्यक्रम अध्यक्ष डाॅ.धनश्याम न्यौपाने पश्चिमी नेपाल एसोसिएट प्रोफेसर त्रिभुवन विश्वविद्यालय एवं कुलपति बर्दघाट प्रज्ञा प्रतिष्ठान नवलपरासी नेपाल व विशिष्ठ अतिथि डॉ.धर्म प्रकाश वाजपेई सिविल सेवा प्रेरणा स्रोत रहे। देश भर से आए हिंदी सेवियों व प्रतिष्ठित रचनाकारों की रचनाओं का पाठ डॉ.हरेन्द्र वर्ष बुलंदशहर उत्तर प्रदेश के संयोजन व दिल्ली के मशहूर कवि प्रदीप मिश्र अजनबी के संचालन में काव्य पाठ किया गया। काव्य पाठ के दौरान कवि संजय परगांई ने अपनी श्रृंगारिक और सामाजिक रचनाओं से समां बांधा और खूब वाहवाही बटोरी। इस दौरान उन्हें मेडल प्रदान कर संस्था द्वारा हिन्दी सेवी सम्मान द्वारा सम्मानित किया गया। बताते चलें कवि संजय का हिन्दी के लिए समर्पित भाव देखते हुए संस्था द्वारा इस राष्ट्रीय सम्मेलन में आमंत्रित किया गया था। इस उपलब्धि पर समस्त क्षेत्र में उत्साह का माहौल है।