समाचार शगुन हल्द्वानी उत्तराखंड
कुमाऊं कमिश्नर दीपक रावत ने आज बुधवार को हल्द्वानी कैंप कार्यालय में नैनीताल व ऊधमसिंह नगर जिले की राष्ट्रीय स्वास्थ्य मिशन (एनएचएम) के तहत किये जा रहे कार्यों की समीक्षा की। इस दौरान जनपद नैनीताल के आठ ब्लाकों में हल्द्वानी ब्लाक का लिंगानुपात 1000 में से केवल 886 सबसे कम पाये जाने पर कुमाऊं रावत ने सीएमओ को निर्देश दिये कि शहर के सभी निजी चिकित्सालयों के अल्ट्रासाउन्ड मशीनों की चैकिंग की जाए। दोषी पाये जाने पर कठोर कार्यवाही करना सुनिश्चित करें। उन्होंने कहा इसके लिए रोस्टर लगाकर नियमित चैकिंग की जाए। आयुक्त ने मंडल के डीएम को सभी सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र में सुरक्षा की पुख्ता व्यवस्था के लिए होमगार्ड या पीआरडी जवानों की तैनाती करने के निर्देश दिए हैं। इसके साथ ही सभी सीएमओ को निर्देश दिए है जिन अस्पतालों में पूर्व से सुरक्षा के लिए गार्ड तैनात हैं वे अपने कार्य स्थल पर निर्धारित समय पर ड्यूटी में तैनात रहे। यह सुनिश्चित किया जाए और इसकी मोनिटरिंग की जाए। जनपद का आमजन किसी भी प्रकार की मानसिक स्वास्थ्य से संबंधित समस्या परामर्श और जानकारी के लिए टोल फ्री नंबर 18008914416 पर संपर्क कर सकते हैं। आयुक्त ने सीएमओ को ऐसे स्वास्थ्य कार्मिकों पर कड़ी नजर रखने के निर्देश दिये जो निजी चिकित्सालयों में लोगों को प्रसव कराने के लिए प्रेरित करते हैं। ऐसे कार्मिकों को चिन्हित कर कार्यवाही भी की जाए। समीक्षा के दौरान आयुक्त ने कहा कि पर्वतीय क्षेत्रों में लोग सरकारी चिकित्सालयों पर ही निर्भर रहते हैं क्योंकि इन क्षेत्रों मे निजी चिकित्सालय उपलब्ध नहीं हैं। इसलिए इन क्षेत्रों में चिकित्सक एवं स्टाफ की तैनाती सुनिश्चित की जाए। सीएमओ के द्वारा अवगत कराया गया कि ओखलकांडा चिकित्सालय में चिकित्सक नहीं है जिस पर आयुक्त ने कहा कि शासन स्तर पर चिकित्सक की तैनाती के सम्बन्ध में पत्र प्रेषित किया जाए। समीक्षा के दौरान बताया गया कि जनपद में विगत वर्ष मातृ मृत्यु अनुपात 1 लाख में 52 थी, जिसको कम किया जा सकता है इसके लिए गर्भवती महिलाओं का शत-प्रतिशत पंजीकरण किया जाए तथा उनकी नियमित जांच के साथ ही टीकाकरण किया जाए। उन्होंने कहा कि पर्वतीय क्षेत्रों में शिशुओं के टीकाकरण का प्रतिशत काफी कम है इसके लिए गांवों में आशा, वर्कर व एएनएम को घर-घर जाकर लोगों को जागरूक करना होगा तभी हम पर्वतीय क्षेत्रों में टीकाकरण अधिक से अधिक कर पर्वतीय क्षेत्रों में गरीब और कमजोर वर्गों को सस्ती, प्रभावी, और सुलभ स्वास्थ्य सुविधाएं सभी को मुहैया करा सकते हैं। उन्होंने कहा कि जनपदों मे जहां टीबी मरीज है वहां निक्षय पोषण योजना के तहत स्वेच्छा से जनपद स्तरीय अधिकारियों को निक्षय मित्र बनाया जाय ताकि मरीजों को पौष्टिक आहार मिल सके और जनपद टीबी मुक्त हो सके। बैठक में निदेशक स्वास्थ्य डा.एनएस गुंज्याल, सीएमओ नैनीताल डा.एचसी पंत, सीएमओ ऊधमसिंह नगर डा.मनोज शर्मा, डा.एमसी तिवारी, डा.हरेंद्र संयुक्त निदेशक अर्थसंख्या राजेन्द्र तिवारी आदि उपस्थित थे।