समाचार शगुन, हल्द्वानी उत्तराखंड
- नैनीताल जिलाधिकारी ने बनभूलपुरा हिंसा में शामिल उपद्रवियों का गौला खनन पंजीकरण निरस्त किया जाएगा। जिलाधिकारी वंदना सिंह की अध्यक्षता में आयोजित खनन समिति की बैठक में कई महत्वपूर्ण फैसले लिए गए। खनन समिति की बैठक में फैसला लिया गया कि बनभूलपुरा उपद्रव में पुलिस द्वारा नामजद अभियुक्त के नाम से गौला नदी में पंजीकृत वाहनों का गौला वाहन पंजीकरण तत्काल प्रभाव से निरस्त किया जाए। शुक्रवार को जिलाधिकारी कैंप कार्यालय में शुक्रवार को आयोजित खनन समिति की बैठक में जिलाधिकारी ने तत्काल प्रभाव से बनभूलपूरा उपद्रव में पुलिस द्वारा नामजद व्यक्तियों एवं उनके परिजनों के नाम से गौला वाहन पंजीकरण को तत्काल प्रभाव से निरस्त करने के निर्देश दिए। इसके अलावा माननीय मुख्यमंत्री जी के निर्देशानुसार देश के विभिन्न हिस्सों से आकर गौला नदी में खनन का काम करने वाले श्रमिकों के बच्चों के लिए मुस्कान केंद्र एवं day care center को पूर्व में मलिक के बगीचे के नाम से जाने वाली अतिक्रमण मुक्त भूमि पर निर्माण करने पर सहमति बनी, ताकि उक्त क्षेत्र में महिलाओं और बच्चों के लिए रचनात्मक गतिविधियों को बढ़ावा देकर किशोर अवस्था के बच्चों को अपराध की और अग्रसर होने से रोका जा सके । साथ ही जिलाधिकारी ने खनन समिति की बैठक में कोसी नदी के अवशेष गेटों में जिसमें कांटे नहीं लगे हैं तत्काल प्रभाव से कांटे लगाए जाने की निर्देश दिए हैं ।इसके अलावा एआरटीओ रामनगर को कोसी नदी के खनन गेटों के निकासी मार्ग पर सीसीटीवी कैमरा लगाए जाने की कार्रवाई के निर्देश दिए। इसके अलावा गोला में खनन श्रमिकों के लिए किए जाने वाले कल्याणकारी कार्यों में व्यय का आगणन कर वन निगम को शीघ्र ही प्रस्ताव शासन को प्रेषित करने के निर्देश दिए गए हैं। बैठक में अपर जिलाधिकारी फिंचाराम चौहान, डीएफओ प्रकाश चंद्र, महेश चंद्र आर्य, एस डी एम परितोष वर्मा, राहुल शाह, रेखा कोहली, तुषार सैनी, के एन गोस्वामी सहित अन्य उपस्थित थे। इधर पुलिस ने मुख्य आरोपी अब्दुल मलिक व उसके पुत्र समेत नौ वांछितों के शुक्रवार को पोस्टर जारी कर दिए गये हैं। वहीं कर्फ्यू में तीन घंटे की ढील दी जा रही है।