समाचार शगुन हल्द्वानी उत्तराखंड
हल्द्वानी के यातायातनगर परियोजना से जुड़ा बड़ा घोटाला सामने आया है। इसका खुलासा सूचना अधिकार अधिनियम के तहत मांगी गई जानकारी के बाद हुआ है। आरटीआई एक्टिविस्ट हेमंत गोनिया ने यातायातनगर में वर्ष 2015 के जून 2024 तक आय के विवरण की जानकारी व इनकम रजिस्टर उपलब्ध कराने, वाहन कटिंग व तहबाजारी से संबंधित आय जैसे बिंदुओं पर सूचना मांगी थी लेकिन इस बाबत कोई जानकारी उपलब्ध नहीं हुई। वहीं लोक सूचना अधिकारी यातायातनगर परियोजना ने इस संबंध में नगर मजिस्ट्रेट को पत्र भेजकर अवगत कराया है कि वर्ष 2015 से 2023 तक यातायातनगर में कोई भी इनकम रजिस्टर नहीं बनाया गया था। साथ ही मार्च 2023 से पूर्व वाहन कटिंग व तहबाजारी आदि का विवरण भी उपलब्ध नहीं कराया गया है।
इस संबंध में संबंधित लिपिक को नोटिस भी दिया गया लेकिन संतोषजनक जवाब नहीं मिला। संबंधित लिपिक ने इनकम रजिस्टर कार्यालय में धारित होना बताया है जो असत्य है। इतना ही नहीं चार्ज देते समय भी वह रजिस्टर हस्तगत नहीं कराया गया है। लोक सूचना अधिकारी ने प्रकरण को गंभीर माना है। इसकी प्रतिलिपि नगर आयुक्त को भी भेजी गई है।वहीं लोक सूचना अधिकारी ने बताया कि आय का किसी भी प्रकार का लेखा-जोखा नहीं है, ऐसे में धनराशि स्पष्ट नहीं है। इधर आरटीआई एक्टिविस्ट गोनिया ने आरोप लगाया है कि वर्ष 2015 से 2023 तक ट्रांसपोर्टनगर हल्द्वानी में तहबाजारी और गाड़ी कटिंग का 5 करोड़ का हिसाब संबंधित कार्यालय में नहीं है और न ही सरकारी कोष में जमा किया गया। यह रकम पूर्व लिपिक ने गायब की है।