उत्तराखंड में राजकीय माध्यमिक विद्यालयों के हजारों शिक्षकों ने की चाकडाउन हड़ताल, प्रदेश में दो हजार से अधिक व नैनीताल जिले में 200 स्कूलों में शिक्षण कार्य का बहिष्कार

समाचार शगुन हल्द्वानी उत्तराखंड 

प्रधानाचार्य सीधी भर्ती परीक्षा को निरस्त करने और प्रधानाचार्य के पद पर शत प्रतिशत पदोन्नति किये जाने जैसी मांगों को लेकर राजकीय शिक्षक संघ उत्तराखंड के आह्वान पर प्रदेश भर में राजकीय माध्यमिक विद्यालयों में चाकडाउन हड़ताल की गई। इससे प्रदेश भर के दो हजार से अधिक विद्यालयों व नैनीताल जिले में 200 विद्यालयों में शिक्षण कार्य ठप रहा। राजकीय शिक्षक संघ ने चरणबद्ध आंदोलन का ऐलान किया है। इस क्रम में आज सोमवार को प्रदेशभर के हजारों राजकीय शिक्षक चॉक डाउन हड़ताल पर रहे। राजकीय शिक्षक संघ के नैनीताल जिलाध्यक्ष विवेक पांडे ने बताया कि हड़ताल के चलते जिलेभर में करीब 200 माध्यमिक विद्यालयों में शिक्षण कार्य प्रभावित रहा। वहीं  रामनगर ब्लाक में भी चॉक डाउन हड़ताल का जबर्दस्त असर देखा गया। सभी राजकीय  हाईस्कूल, इंटरमीडिएट कालेज में शिक्षण कार्य बाधित रहा। संगठन के प्रांतीय नेता नवेंदु मठपाल ने बताया कि विभागीय अधिकारियों और सरकार की हठधर्मिता के कारण शिक्षक संघ को मजबूरन यह फैसला लेना पड़ा। उन्होंने बताया कि यदि आज की हड़ताल के बाद भी सरकार उनकी मांग के प्रति गंभीर नहीं हुई तो पांच सितंबर को शिक्षक दिवस पर शिक्षक काली पट्टी बांधकर प्रदर्शन करेंगे। 6 सितंबर को जिला मुख्यालय में सभी शिक्षक अपने व्यक्तिगत अवकाश लेकर जिला मुख्यालय पर प्रदर्शन करेंगे। 9 सितंबर को प्रांतीय और मंडल कार्यकारिणी देहरादून निदेशालय में धरना प्रदर्शन करेगी। 10 सितंबर से देहरादून निदेशालय में क्रमिक अनशन जनपदवार आयोजित किया जाएगा, जो 13 सितंबर तक चलेगा। 14 सितंबर से देहरादून मुख्यालय पर आमरण अनशन शुरू कर दिया जायेगा।
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हड़ताल के दौरान जनगीत पेश किए
रामनगर के ढेला इंटर कालेज में हड़ताली शिक्षकों ने नारेबाजी की। इस दौरान हीरा सिंह राणा, गिर्दा, बल्ली सिंह चीमा के जनगीत भी प्रस्तुत किए। जनगीतों के वक्त संस्कृत प्रवक्ता महेंद्र आर्य ने हारमोनियम और हरीश चंद्र ने ढोलक पर संगत की।

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