समाचार शगुन उत्तराखंड
माननीय न्यायालय में सदस्यता बहाली स्वीकार करने के बाद भी राजकीय शिक्षक संघ के निर्वाचित जिला मंत्री को सदस्यता न दिए जाने तथा अधिवेशन की तिथि घोषित किए जाने के संबंध शिक्षक नेता राजकुमुद पाठक ने मुख्य शिक्षा अधिकारी को पत्र देकर मांग की है कि सदस्यता न देना उनके मौलिक और संवैधानिक अधिकारों का हनन है। संगठन की नियमावली शासन द्वारा निर्धारित और अनुमोदित है। राजकुमुद पाठक राजकीय शिक्षक संघ के दो बार जिला मंत्री और एक बार उपाध्यक्ष रह चुके हैं और प्रांतीय प्रवक्ता के दायित्व का निर्वहन उनके द्वारा किया जा चुका है। दिए गए पत्र में अवगत कराया गया है कि पाठक को वर्ष 2024 कुछ आरोपों के आधार पर जिसका उन्होंने अपने अधिवक्ता के माध्यम से खंडन किया था परन्तु पाठक के अनुसार उन्हें सुनवाई का मौका दिए बिना और बिना प्रक्रिया का पालन किए उन्हें एक वर्ष के लिए सदस्यता से निष्कासित कर दिया।