समाचार शगुन हल्द्वानी उत्तराखंड
पहाड़ी आर्मी संगठन उत्तराखण्ड के संस्थापक अध्यक्ष हरीश रावत ने प्रेस को बयान जारी कर कहा है कि राज्य सरकार ने अपनी शक्तियों का उपयोग कर जिला पंचायत अध्यक्षों को प्रशासक बनाया है जो पंचायतीराज एक्ट की अवधारणा का मजाक बना रहा है मगर ब्लाक प्रमुख, ग्राम प्रधान भी खुद को प्रशासक बनाने की मांग के लिए आंदोलन कर रहे हैं।
रावत ने कहा कि यह गलत दिशा में आंदोलन है। पंचायत प्रतिनिधियों की मांग प्रशासक को निरस्त कर राज्य सरकार और चुनाव आयोग से जल्द पंचायत चुनाव कराने की होनी चाहिए, जिससे पंचायतीराज एक्ट में निहित ग्राम स्वराज की अवधारणा को बल मिले। ग्राम सभाओं में शक्तियां विकेंद्रित होती मगर ग्राम प्रतिनिधि चुनाव की मांग न कर के स्वयंभू बनाने की मांग कर रहे जो जनहित और ग्रामहित के विपरीत है।