समाचार शगुन, हल्द्वानी उत्तराखंड
जिला निर्वाचन अधिकारी व जिलाधिकारी वंदना ने नगर निगम सभागार हल्द्वानी में नैनीताल एवं भीमताल विधानसभा के जोनल एवं सेक्टर मजिस्ट्रेट, एमसीसी अनुपालन हेतु गठित टीमों तथा एआरओ की समीक्षा करते हुए लोकसभा सामान्य निवार्चन के कर्तव्यों एवं दायित्वों की जानकारी दी। जिलाधिकारी ने बताया कि चुनाव में जोनल, सेक्टर मजिस्ट्रेट की महत्वपूर्ण भूमिका रहती है। मजिस्ट्रेट समस्त आवश्यक व्यवस्थाओं तथा निर्वाचन प्रबंधन के लिए उत्तरदायी रहेंगे। डीएम ने कहा कि मतदाता बिना भय, निर्विघ्न शांतिपूर्ण तरीके से अपना मतदान कर सके, इसके लिए भी जोनल व सेक्टर मजिस्ट्रेट की जिम्मेदारी होगी। जिलाधिकारी ने लोकसभा सामान्य निर्वाचन प्रशिक्षण में अनुपस्थित अधिकारियों एवं कर्मचारियों के खिलाफ कार्यवाही करने के भी निर्देश दिये। उन्होंने कहा कि चुनाव में सेक्टर मजिस्ट्रेट का मुख्य कार्य मतदाताओं को मतदान केन्द्र तक आने के लिए कोई प्रभावित तो नहीं कर रहा है। साथ ही मतदाता को बूथ तक जाने में कोई अवरोध तो नहीं कर रहा है। इस हेतु प्रत्येक बूथ की वल्नरेबिलिटी मैपिंग की जानी है। इस प्रकार की समस्याओं के निवारण हेतु कार्यवाही की जानी है। उन्होंने कहा कि इस प्रकार के अवरोधों को दूर करना मजिस्ट्रेट की अहम जिम्मेदारी है। उन्होंने कहा कि सेक्टर एवं जोनल अधिकारियों का निष्पक्ष और भयमुक्त माहौल में चुनाव को सम्पन्न कराना महत्वपूर्ण भूमिका है। उन्होंने कहा कि बूथों पर मतदान सुचारू एवं सुगमता से हो इसके लिए बूथों की सभी व्यवस्थायें निरीक्षण कर सुनिश्चित करें। उन्होंने कहा कि सेक्टर मजिस्ट्रेट की जिम्मेदारी रहेगी कि मतदान केंद्र पर साफ-सफाई, स्वच्छ पेयजल, संचार तंत्र, शौचालय, वृद्धजनों हेतु रैम्प जिन बूथों के भवन आदि का भौतिक सत्यापन कर लें और सत्यापन रिपोर्ट सोमवार तक प्रस्तुत करना सुनिश्चित करें। जिलाधिकारी ने कहा कि पोलिंग पार्टी बूथ के सभी सदस्यों से सम्पर्क में रहें जिससे कि सूचनाओं का आदान प्रदान हो। पीठासीन अधिकारी से समन्वय कर सभी साम्रगी सूची अनुसार लेना और भौतिक सत्यापन भी करना सेक्टर मजिस्ट्रेट की जिम्मेदारी होगी ताकि मतदान केंद्र पर कोई समस्या न हो। उन्होंने कहा कि इलेक्ट्रानिक मशीन यानि ईवीएम चुनाव प्रक्रिया का सबसे महत्वपूर्ण अंग है। उन्होंने कहा कि ईवीएम मशीन के लिए निर्वाचन आयोग के दिशा निर्देशों में नियत स्थान चिन्हित किये है, विस्तृत एसओपी जारी की गई है, उनका पालन किया जाए।उन्होंने कहा कि समस्त सेक्टर आफीसर अपने सेक्टरों के सभी मतदेय स्थलों का भ्रमण करेंगे। सेक्टर एवं पुलिस आफिसर संयुक्त रूप से भ्रमण करते समय आयोग के मानका अनुरूप निर्धारित प्रारूपों पर सूचना तैयार कर सोमवार तक उपलब्ध कराना सुनिश्चित करें। उन्होंने कहा कि सेक्टर अधिकारियों को बूथों पर जो भी समस्या आती है। सम्बन्धित एआरओ सूचना देना सुनिश्चित करें, समस्या का समाधान 24 घंटे में नहीं होता है तो डीईओ को सूचना देना सुनिश्चित करें। उन्होंने जोनल एवं सेक्टर अधिकारियों से कहा कि सभी नोडल अधिकारियों के मोबाइल नम्बर लेना सुनिश्चित करें ताकि समस्या का समाधान हो सके। प्रशिक्षण में सहायक नोडल अधिकारी एमसीएमसी विशाल मिश्रा, अपर जिलाधिकारी एफआर चौहान, एआरओ नैनीताल एवं भीमताल क्षेत्र प्रमोद कुमार, तुषार सैनी के साथ ही नैनीताल एवं भीमताल विधानसभाओं के जोनल एवं सेक्टर मजिस्ट्रेट उपस्थित थे।