समाचार शगुन हल्द्वानी उत्तराखंड
काकोरी ट्रेन ऐक्शन के 100 साल पूरे होने पर नौ अगस्त 2025 शनिवार को सुबह 5:00 बजे से मुखानी चौराहा हल्द्वानी से दमुवादूंगा पनचक्की चौराहा तक प्रभातफेरी निकाली गई। इस क्रम में हुई सभा में परिवर्तनकामी छात्र संगठन और क्रांतिकारी लोक अधिकार संगठन के पदाधिकारियों ने कहा कि वीर क्रांतिकारियों ने देश को बराबरी पर आधारित समाज बनाने और इसके लिए ब्रिटिश शासकों से आजादी हासिल करने के लिए इस घटना को अंजाम दिया। नौ अगस्त को इस घटना ने लुटेरे ब्रिटिश साम्राज्यवादियों को झकझोर कर रख दिया। यह उनके ताबूत की आखिरी कीलों में से एक कील थी। इन वीर क्रांतिकारियों के महान कामों से इतिहास भरा पड़ा है। आजाद भारत में आज भी देश के सामने वह सवाल मुंह बाएं खड़े हैं। क्या देश में शिक्षा, स्वास्थ्य, रोजगार, आवास आदि जैसे ठोस मुद्दों पर बहस होनी चाहिए। बड़े देशी-विदेशी पूंजीपति आज भी देश की मेहनतकश जनता का शोषण कर रहे हैं। इन शहीदों के सपनों का भारत बनाने और इन शहीदों के विचारों को जन-जन तक पहुंचाने की जरूरत है। प्रभात फेरी में क्रांतिकारी लोक अधिकार संगठन से मोहन मटियाली, शेखर , रियासत, टीआर पांडे, रहीस, अशोक कुमार, परिवर्तनकामी छात्र संगठन से महेश, उमेश पांडे, हेमा, चन्दन आदि ने भागीदारी की। सभा के अंत में अशफाक, बिस्मिल का पसंदीदा गीत ”सरफरोसी की तमन्ना अब हमारे दिल में है,, गाया।