गुरु अर्जन देव जी की शहादत को समर्पित समागम

समाचार शगुन हल्द्वानी उत्तराखंड 

 

हल्द्वानी गुरुद्वारा श्री गुरु सिंह सभा में श्री गुरु अर्जन देव जी का 419 वां महान शहीदी गुरु पर्व कार्यक्रम मनाया गया। इस शहीदी गुरु पर्व कार्यक्रम के दौरान अमृतसर पंजाब से विशेष रूप से पहुंचे भाई बलदेव सिंह जी ने सिख संगत को कीर्तन भजन सुनाकर निहाल किया। साथ ही कथा वाचक व हेड ग्रंथी भाई जगपाल सिंह जी ने ने कहा गुरु अर्जन देव जी शहीदों के सरताज एवं शान्तिपुंज हैं। यह जानकारी देते हुए प्रवक्ता हरजीत सिंह चड्ढा ने बताया कि आध्यात्मिक जगत में गुरु जी को सर्वोच्च स्थान प्राप्त है। उन्हें ब्रह्मज्ञानी भी कहा जाता है। गुरुग्रन्थ साहिब में तीस रागों में गुरु जी की वाणी संकलित है। गणना की दृष्टि से श्री गुरुग्रंथ साहिब में सर्वाधिक वाणी पंचम गुरु की ही है। ग्रन्थ साहिब का सम्पादन गुरु अर्जुन देव जी ने भाई गुरदास की सहायता से 1604 में किया। ग्रन्थ साहिब की सम्पादन कला अद्वितीय है, जिसमें गुरु जी की विद्वत्ता झलकती है। वही समापन के दौरान कीर्तन भजन अरदास कर गुरु का अटूट लंगर का आयोजन किया गया। वही गुरु का प्रसाद ग्रहण करने के लिए दूरदराज के सिख संगत पहुंचे हुए थे। इस मौके पर गुरुद्वारा गुरुद्वारा प्रबंधक कमेटी के मुख्य सेवादार वीरेंद्र सिंह चड्ढा मंच संचालक अमरजीत सिंह आनंद महासचिव कंवलजीत सिंह उप्पल, मनलीन कोहली, लंगर इंचार्ज सनी आनंद, बनी चंडोक हरपाल सिंह सेठी, कंवलदीप सिंह ओबेरॉय, गोल्डी चंडोक , बंटी सेठी, भूप्रीत साहनी व स्त्री सत्संग के साथ-साथ काफी संगत उपस्थित रही।

 

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