समाचार शगुन हल्द्वानी उत्तराखंड
कांग्रेस प्रदेश अध्यक्ष करन माहरा ने आज रविवार को हल्द्वानी में प्रेसवार्ता कर प्रदेशवासियों से भाजपा नेताओं से चेली-ब्वारी बचाने का आह्वान किया। करन माहरा ने कहा कि भाजपा राज मे देवभूमि की अस्मिता खतरे में पड़ गयी है। बेटी बचाओ का नारा देने वाले ही बेटियों को नोच रहे है। महिलाओं के साथ अपराध के मामलों में हिमालयी राज्यों मे उत्तराखंड पहले स्थान पर है। महिला अपराध साल दर साल बढ़ रहे हैं, जिसमें भाजपा नेताओं का भी सहयोग है। यह धामी सरकार की मुख्य उपलब्धि है। विगत 2 माह में ही नैनीताल जिले के हल्द्वानी और रामनगर क्षेत्र में ही 24 से अधिक महिला अपराध से जुड़े मामले मीडिया के माध्यम से उजागर हुए हैं तो सोचिए पूरे प्रदेश का क्या हाल होगा। करन माहरा ने कहा कि उत्तराखंड की बेटी अंकिता भंडारी हत्याकांड की CBI जांच क्यों नहीं हो रही, क्यो 1 साल बीत जाने के उपरांत भी अंकिता न्याय से वंचित है। समय रहते अंकिता हत्याकांड की सीबीआई जांच होती और VVIP व्यक्ति का नाम सामने आ जाता तो कई भाजपा के सफेदपोश नेताओं के नाम सार्वजनिक होते। अंकिता भंडारी सहित ऐसे सैंकड़ों मामले हैं जो न्याय की राह देख रहे हैं। महिला अपराधों पर भाजपा का दोहरा नजरिया और राजनीति बिल्कुल सही नहीं है। दोषियों पर सख्त कानूनी कार्यवाही सुनिश्चित हो। प्रदेश में महिलाओं पर बढ़ते अपराधों पर भाजपा महिला मोर्चा का चुप रहने पर अफसोस व्यक्त करते हुए करन माहरा ने कहा कि भाजपा महिला नेत्रियां निर्भया केस के समय सड़क पर उतर कर जोरदार विरोध प्रदर्शन कर रही थी अब जब भाजपा नेताओं पर ही महिला उत्पीड़न के आरोप साबित हो रहे हैं उस पर महिला नेत्रियां मौन उपवास पर चली गयी है और जब उन्होंने प्रदेश की अस्मिता के लिए पदयात्रा निकाली तो यही महिला मोर्चा पुतले दहन कर मौन उपवास तोड़ देता है, जो काफी दुर्भाग्यपूर्ण है। प्रदेश की कानून व्यवस्था बेदम है। अपराधियों के हौसले बुलंद है। देवभूमि अपराधियों की ऐशगाह बन कर रह गयी है। खुले आम दिनदहाड़े, डकैती, लूटपाट और हत्याएं, बलात्कार किये जा रहे हैं। कानूनी कार्यवाही में देरी और ढिलाई से अपराधियों के हौसले बुलंद है। ऊधमसिंह नगर नर्स हत्याकांड प्रकरण पर एसएसपी ऊधमसिंह नगर के बयान पर आपत्ति दर्ज करते हुए करन माहरा ने कहा कि जब कानून के रक्षक ही इस प्रकार की बाते करने लग जाये तो विकृत मानसिकता के लोगों को बल मिलेगा। जिम्मेदार पुलिस अधिकारी बेतुके बयान दे कर अपनी जिम्मेदारी से मुंह नहीं मोड़ सकते। मुख्यमंत्री धामी इस मामले का तुरंत संज्ञान ले एसएसपी उधमसिंह नगर को जवाब तलब करे और उनसे सार्वजनिक माफी मंगवाए। बनभूलपुरा प्रकरण भी शासन प्रशासन की नाकामी का ही परिणाम है। शासन प्रशासन की नाकामी के कारण देवभूमि देश दुनिया में शर्मसार हुयी है, जिसका खामियाजा आम जनता ने भुगता है। प्रेसवार्ता में जिलाध्यक्ष राहुल छिमवाल, महानगर अध्यक्ष एडवोकेट गोविंफ सिंह बिष्ट, हरीश मेहता, सतीश नैनवाल, भोला दत्त भट्ट, प्रकाश पांडे, सुहैल सिद्दीकी, राजेंद्र बिष्ट (रज्जी), पूर्व नगरपालिका अध्यक्ष हेमन्त बगडवाल, ब्लॉक अध्यक्ष मोहन बिष्ट, पीसीसी भागीरथी बिष्ट, महिला कांग्रेस प्रदेश उपाध्यक्ष जया कर्नाटक, पार्षद राधा आर्य, कुमाऊं मीडिया प्रभारी नीरज तिवारी, कांग्रेस पंचायत प्रकोस्ट के जिलाध्यक्ष एडवोकेट मनोज बिष्ट, महानगर मीडिया प्रभारी आशीष कुडाई, प्रदीप बिष्ट, गिरिजा तड़ागी, उदित करायत आदि मौजूद थे।