समाचार शगुन हल्द्वानी उत्तराखंड
कांग्रेस प्रदेश प्रवक्ता दीपक बल्यूटिया ने मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी से हल्द्वानी आगमन पर उत्तराखण्ड के ज्वलंत मुद्दों पर वार्ता के लिए समय मांगा था लेकिन वार्ता के बजाय उन्हें गिरफ्तार कर हल्द्वानी कोतवाली ले जाया गया। बल्यूटिया ने कहा कि वह मुख्यमंत्री का विरोध नहीं कर रहे थे सिर्फ उनसे उत्तराखण्ड के विकास मॉडल पर वार्ता चाहते थे। उनसे सवाल करना व कुछ सुझाव रखना चाहते थे क्योंकि मुख्यमंत्री ने प्रत्येक ब्लाक से पांच गावों को आदर्श गांव बनाने की बात कही। एक तरफ गांव के गांव खाली हो रहे हैं क्योंकि वहां कोई सुविधा नहीं दूसरी तरफ सरकारी विद्यालयों की जर्जर हालत तक को सरकार सुधार नहीं पा रही है। अस्पतालों की सांसें उखड़ रही हैं, लोगों की जाने बेवजह जा रही हैं। आपदा से गांव तबाह हो रहे हैं और कई लोगों की जान जा चुकी है। ग्रीष्मकाल में जंगलों की आग से भारी तबाही हुई और कई लोग भस्म हो गए। इससे उत्तराखण्ड की साख देश में खराब हुई है। पहाड़ों में पहले चल रहे विद्यालय, अस्पतालों को सरकार सम्भाल नहीं पा रही है ऐसे में प्रत्येक ब्लॉक से पांच गांव को आदर्श ग्राम महज एक जुमला प्रतीत होता है। बल्यूटिया ने कहा यदि मुख्यमंत्री चाहें तो उत्तराखण्ड के विकास मॉडल जो कि पूर्व मुख्यमंत्री स्व.नारायण दत्त तिवारी का सपना था उसे वह उनसे साझा करना चाहते हैं ताकि सिंगापुर की तर्ज में एक विकसित उत्तराखण्ड अपनी उपस्थिति दुनिया के नक्शे में दर्ज करा सके।
इस दौरान गिरफ्तारी देने वालों में राजेन्द्र खनवाल पूर्व राज्य मंत्री, कैलाश तिवारी पूर्व छात्र संघ अध्यक्ष रानीखेत, मनोज कार्की पूर्व छात्र संघ अध्यक्ष रानीखेत राजेंद्र बिष्ट, सौरभ भट्, महेशानन्द, जगदीश भारती मनोज दहिया गणेश भन्डारी बीरेन्द्र जग्गी मोहन सनवाल मनोज बल्यूटिया पीयूष बल्यूटिया, हरीश रावत , सैयद वसीम अली, रानू खांन , रोहित राठौर, प्रदीप बिष्ट, मुकेश कुलोरा, देवेन्द्र कुमार, गिरीश आर्या, अमित पंत, भुवन तिवारी पूर्व छात्र संघ अध्यक्ष हल्द्वानी, हिमांशु पाण्डे शामिल थे। बाद में मुख्यमंत्री का कार्यक्रम खत्म होने के बाद कांग्रेसियों को रिहा कर दिया गया।