टांडा जंगल में वन कर्मियों की तस्करों से मुठभेड़, डिप्टी रेंजर घायल, दो आरोपी गिरफ्तार

समाचार शगुन हल्द्वानी उत्तराखंड 

तराई केंद्रीय वन‌ प्रभाग के टांडा रेंज में बीती सोमवार रात बुलेरो से खैर की लकड़ी ले जा रहे तस्करों के साथ वन कर्मियों की मुठभेड़ हो गई। तस्करों को रोकने के लिए जैसे ही वन कर्मियों ने अपनी जीप उनके वाहन के आगे लगाई तो उन्होंने बुलेरो से जीप को टक्कर मार दी। इस घटना में एक डिप्टी रेंजर घायल हो गया। टक्कर से बुलेरो का आगे का शीशा टूटने से एक आरोपी भी चोटिल हो गया। वन कर्मियों ने मौके से दो आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया। जबकि तीन अंधेरे में भाग गए। वन विभाग ने बुलेरो से खैर के छह गिल्टे बरामद किए हैं। जानकारी के अनुसार, सोमवार देर रात करीब सवा दो बजे वन विभाग की टीम डिप्टी रेंजर दीवान सिंह रौतेला की अगुवाई में टांडा जंगल में हल्द्वानी-रुद्रपुर मार्ग पर गश्त कर रही थी। इस दौरान हल्द्वानी रेलवे क्रॉसिंग और संजय वन के बीच जंगल में वन कर्मियों को वाहन की लाइट दिखाई दी। वन कर्मियों ने अपनी जीप जंगल की ओर ले गए। वन कर्मियों ने यहां खड़ी बुलेरो के आगे अपनी जीप लगा दी और वाहन से उतरने लगे। वन कर्मियों की आहट पाते ही आरोपियों ने बुलेरो से वन कर्मियों के वाहन में टक्कर मारकर भागने की कोशिश की। किसी तरह वन कर्मियों ने खुद को बचाया, लेकिन इस प्रयास में डिप्टी रेंजर दीवान सिंह रौतेला घायल हो गए। इसी समय वन कर्मियों ने बुलेरो में बैठे दो आरोपियों को दबोच लिया, जबकि तीन आरोपी में फरार हो गए। वन कर्मियों ने जब बोलेरो की तलाशी ली तो इसमें खैर के छह गिल्टे बरामद हुए। पकड़े गए आरोपियों ने पूछताछ में अपना नाम दिनेशपुर खटोला नंबर दो निवासी लखविंदर सिंह उर्फ लक्खा पुत्र गुरुबक्श सिंह और किशन विश्वास पुत्र गोपाल विश्वास बताया। उन्होंने बताया कि टांडा के जंगल में खैर की लकड़ी तीन-चार दिन पहले काटी थी। इसके बाद उन्होंने गिल्टे छिपा दिए थे। सोमवार रात वह बोलेरो में लादकर उसे गदरपुर मकरंदपुर निवासी सोनू को देने जा रहे थे। सोनू उनसे दो हजार रुपये प्रति कुंतल खैर की लकड़ी खरीदता है। वहीं मुठभेड़ के दौरान एक आरोपी लखविंदर सिंह को भी बुलेरो का शीशा टूटने से चोटें आईं।

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