समाचार शगुन हल्द्वानी उत्तराखंड
गुरूवार को राजकीय मेडिकल कॉलेज के प्राचार्य ने बी.ई.एल (भारत इलैक्ट्रानिक्स लि.) के अधिकारियों से कैथ लैब निर्माण को गुणवत्तापूर्वक शीघ्र से शीघ्र कराने के लिए एक बैठक की। विदित हो कि उत्तराखंड के कुमाऊं मंडल के अलावा उत्तर प्रदेश से भी काफी संख्या में मरीज डा. सुशीला तिवारी राजकीय चिकित्सालय में उपचार के लिए आते हैं, जिसमें हृदय संबंधित समस्याओं के रोगियों की संख्या भी काफी होती है। हृदय रोगियों की बढ़ती संख्या को देखते हुए डा.सुशीला तिवारी राजकीय चिकित्सालय में कैथ लैब की नितांत आवश्यकता थी। इसी के चलते राज्य सरकार के द्वारा यहां पर कैथ लेब खोलने का निर्णय लिया ।जिसके चलते विगत छ: माह से डा. सुशीला तिवारी राजकीय चिकित्सालय में कैथ लैब का निर्माण कार्य चल रहा है।इसी क्रम में प्राचार्य डा.अरूण जोशी की अध्यक्षता में आज गुरुवार को चिकित्सालय में कैथ लैब की निर्माण कार्य की प्रगति को लेकर निर्माणदायी संस्था बीईएल. (भारत इलेक्ट्रोनिक्स लिमिटेड) के अधिकारियों के साथ बैठक की। जिसमें प्राचार्य ने बी.ई.एल. के अधिकारियों से जाना कि कितने समय पर निर्माण कार्य पूरा करेंगे तथा कैथ लैब से संबंधित उपकरणों व मशीनों को कैसे और कब तक क्रय करेंगे और निर्देश दिये कि उपकरणों व मशीनों को विश्वस्तर के मानकों के अनुसार क्रय किया जाये। प्राचार्य ने इसके अतिरिक्त अन्य महत्वपूर्ण बिन्दुओं में जानकारी मांगी तथा कहा कि डा. सुशीला तिवारी राजकीय चिकित्सालय में कैथ लैब का जल्द सुचारू होना सरकार की सर्वोच्च प्राथमिकता है। कैथ लैब में गुणवत्तापूर्वक सिविल व इलैक्ट्रिकल का कार्य किया जाना होगा और निर्माण कार्यों तथा मशीनों को क्रय किये जाने पर एम्स (अखिल भारतीय आयुर्विज्ञान संस्थान नई दिल्ली) के मानकों के अनुसार समस्त कार्य किये जाये। कैथ लैब के लिए आवश्यक पद राज्य सरकार द्वारा स्वीकृत है, कैथ लैब बन जाने के तुरंत बाद सुपर स्पेशलिस्ट चिकित्सकों तथा समस्त नर्सिंग स्टॉफ और तकनीकि स्टाफ की नियुक्ति कर दी जायेगी। बैठक में डा.अरूण जोशी प्राचार्य राजकीय मेडिकल कॉलेज, पारितोष पंत प्रबंधक सम्पत्ति व परियोजना, पंकज बोहरा सहायक अभियंता सिविल, रवि पाल उप प्रबंधक विद्युत, आलोक उप्रेती व बीईएल. के अधिकारी मौजूद थे।