समाचार शगुन उत्तराखंड
ऊधमसिंहनगर जिले के रुद्रपुर नगर निगम प्रशासन ने कल्याणी नदी के चौड़ीकरण को लेकर नदी के दोनों ओर बसे भवन स्वामियों को भवन हटा लेने के नोटिस दिए जाने के बाद से हजारों परिवारों में हड़कंप मचा हुआ है। वे रोजाना जनप्रतिनिधियों के साथ ही प्रशासनिक व विभागीय अधिकारियों के समक्ष अपने आशियाने बचाने की गुहार लगा रहे हैं। इस क्रम में आज मंगलवार दो जुलाई को कल्याणी नदी किनारे बसे रविन्द्रनगर, खेड़ा, जगतपुरा आदि क्षेत्रों के सैकड़ों लोगों ने पूर्व विधायक राजकुमार ठुकराल के साथ कलेक्ट्रेट पहुंचकर जिलाधिकारी से मुलाकात और उन्हें ज्ञापन सौंपा। उनकी बात सुनने के बाद डीएम ने स्पष्ट रूप से कहा कि नदी किनारे अतिक्रमण कारियों को जाना ही होगा। पहले सरकारी भूमि पर अतिक्रमण कर लो फिर बचाने के लिए जनप्रतिनिधियों को लाना उचित नहीं है। ठुकराल ने कहा कि इस बरसात के मौसम में लोगों का उत्पीड़न न किया जाए। यहां पर लोग पिछले कई दशकों से परिवार सहित निवास कर रहे हैं। यदि इन्हें उजाड़ा गया तो इनके समक्ष तमाम परेशानियां आएंगी । उजाड़ने से पूर्व इनके लिए स्थाई आवास की व्यवस्था की जाए। लोगों का कहना था कि रविन्द्र नगर में कल्याणी नदी के समीप प्लाट देकर बसाया गया था और बताया गया था कि आप लोग अब उक्त स्थान के स्वामी है, यह कोई अतिक्रमण की जगह नहीं है। जिस वक्त लोगों को उक्त स्थान पर बसाया जा रहा था तब निगम एवं उपजिलाधिकारी द्वारा किसी प्रकार के अतिक्रमण के बारे नहीं बताया गया था और ना ही किसी प्रकार का नोटिस ही लगाया गया था। वर्तमान में कल्याणी नदी के मध्य से 120 मीटर दोनों तरफ अतिक्रमण हटाने का आदेश हुआ है जिसमें हजारों परिवारों के मकान चपेट में आ रहे हैं। इसलिए सभी परिवारों के प्रति कार्यवाही को रोकना जनहित में है। इस दौरान दुर्गेश मौर्य, विक्रम सिंह, रंजन विश्वास, सत्यजीत मंडल, काली ठाकुर, समरेश विश्वास, कविता सरकार, फरजान, अबरार, शौकत अली, शाहजहां, फातिमा, राधा देवी, शकुंतला, सावित्री, पृथ्वीराज, सुभाष मंडल, कमला विश्वास, रंजीत मंडल, परितोष, सुखदेव, साबिर, काजल, रुखसाना, शालिनी, अंजली, गीता, मधु, नूरी सहित सैकड़ों लोग मौजूद थे।