समाचार शगुन हल्द्वानी उत्तराखंड
हल्द्वानी निवासी व प्रवक्ता कांग्रेस नीरज तिवारी ने कहा कि उत्तराखण्ड के जंगल कई दिनों से जल रहे हैं, प्रदेश का आपदा प्रबंधन विभाग कहीं नहीं दिखता। इस संबंध में प्रदेश सरकार की उदासीनता साफ दिखाई देती है सरकार व भाजपा संगठन के लोग केवल बयान तक सीमित हैं। धरातल में हर रोज कई हैक्टेयर जंगल जलते चले जा रहे हैं, ज़िम्मेदार विभागीय अधिकारी नाकाम साबित हो रहे हैं। जंगलों को बचाने के लिए धरातल में कोई ठोस रणनीति दिखाई नहीं देती। तिवारी ने कहा कि सरकार व वन विभाग चाहे तो हम लोग मदद के लिए तैयार हैं। हिमालयी क्षेत्र होने के कारण न जाने कितने दुर्लभ वृक्ष, जड़ी-बूटियां व जंगली जानवर व जंगल से सटे घर, जंगल की आग की भेट चढ़ रहे हैं। हर वर्ष फरवरी माह के बाद जंगलों में आग लगने की घटनाएं बढ़ने लगी है, लेकिन सरकार की निष्क्रियता के कारण इसकी रोकथाम के लिए कोई ठोस कदम नहीं उठाये जा रहे हैं। जब प्रदेश में वनाग्नि के मामले बढ़ते हैं, तो सरकार द्वारा रोकथाम के नाम पर सिर्फ खानापूर्ति कर दी जाती है, जिस कारण इस निष्क्रियता का खामियाजा प्रकृति व जनता को भुगतना पड़ता है। जंगलों में आग लगने की घटनाओं से तापमान में भी निरन्तर वृद्धि हो रही है। उम्मीद जताई कि उत्तराखंड सरकार जल्द ही इस दिशा में कोई ठोस कदम उठायेगी, जिससे आगामी गर्मियों के मौसम में जंगलों में लग रही आग पर काबू पाया जा सके तथा इस वनाग्नि से होने वाली वन संपदा के नुकसान व जनहानि की घटनाओं पर विराम लगाया जा सके।