हल्द्वानी में गौला खनन मजदूर उत्थान समिति के बैनर तले सैकड़ों खनन कारोबारी सड़क पर उतर आए। उन्होंने बुद्ध पार्क में एकत्र होकर गौला समेत जिले की नंधौर, कोसी व दाबका में खनन निजी हाथों में सौंपने का कड़ा विरोध किया। खनन कारोबारी बुद्ध पार्क से जुलूस की शक्ल में एसडीएम कोर्ट परिसर पहुंचे और मुख्यमंत्री को संबोधित ज्ञापन उपजिलाधिकारी परितोष वर्मा को सौंपा। उनका कहना था कि गौला के वाहनों की फिटनेस का निजीकरण करना सरासर ग़लत है। इसके अलावा गौला खनन को निजी हाथों में सौंपने की तैयारी की जा रही है। जिले में गौला समेत अन्य नदियों में खनन से हजारों परिवार जुड़े हैं, खनन से ही उनकी आजीविका चलती है। खनन कारोबारियों ने कहा कि गौला का निजीकरण कर सरकार हजारों लोगों के रोजगार से खिलवाड़ कर रही है। उन्होंने गौला में सालों से चल रही व्यवस्था को न बदलने की मांग उठाई। खनन कारोबारियों का कहना था कि सालभर में मात्र चार या पांच महीने ही खनन होता है और अब खनन वाहनों का फिटनेस निजी तौर पर कराना गलत है। गौला में पहले नवंबर तक खनन शुरू हो जाता था लेकिन इस बार अभी तक कोई सुनवाई नहीं हुई। इधर बुद्ध पार्क में सुरक्षा व्यवस्था के मद्देनजर कोतवाल हरेंद्र चौधरी, बनभूलपुरा एसओ नीरज भाकुनी, मुखानी थानाध्यक्ष प्रमोद पाठक, भोटिया पड़ाव चौकी के दरोगा संजय धौनी की मौजूदगी में पर्याप्त पुलिस बल तैनात रहा।