समाचार शगुन हल्द्वानी उत्तराखंड
कार्बेट टाइगर रिजर्व के वन कार्मिकों द्वारा राजकीय इंटर कालेज ढेला रामनगर के बच्चों को वनाग्नि को रोकने, होने वाले नुकसानों के प्रति जागरूक किया गया।
इस मौके पर बोलते हुए वन दरोगा नवीन चंद्र पपने ने कहा जंगल में लगने वाली आग से जंगली जानवरों के साथ साथ छोटी झाड़ियों और घास जल जाती है, बारिश के मौसम में भूस्खलन और मिट्टी के कटाव का खतरा बढ़ जाता है। जंगलों में लगने वाली आग से अत्यधिक मात्रा में धुंआ और जहरीली गैस निकलती है, जिससे वातावरण प्रदुषित होता है और मनुष्य में स्वास्थ्य संबंधी महत्वपूर्ण समस्याएं पैदी करती है। वन आरक्षी मनवर सिंह ने जानकारी देते हुए बताया कि अक्सर मानवीय लापरवाही के चलते मसलन माचिस की फेंकी गई तीली या सुलगते सिगरेट की चिनगारी आदि के कारण अनियंत्रित आग लग सकती है।उन्होंने बच्चों से अपील की कि यदि उन्हें कहीं भी जंगल में आग की जानकारी लगे तो फौरन वन विभाग को सूचना दें।इस मौके पर प्रधानाचार्य श्रीराम यादव,नवेंदु मठपाल,सुभाष गोला,महेंद्र आर्या ,अवनीश बिष्ट,प्रदीप शर्मा,शैलेंद्र भट्ट मौजूद रहे।