समाचार शगुन, हल्द्वानी उत्तराखंड
प्रदेश में मानक से अधिक बिजली खर्च करने वाले उपभोक्ताओं की अब उत्तराखंड पावर कारपोरेशन लिमिटेड मुख्यालय से कटौती की जाएगी। महकमे ने इसकी तैयारी शुरू कर दी है। इसके तहत मई माह से बिजली के स्मार्ट मीटर लगाए जाएंगे। इस नये प्लान की शुरुआत देहरादून व हल्द्वानी से होगी। हर बिजली मीटर की कंट्रोलिंग व मानिटरिंग यूपीसीएल मुख्यालय से होगी। मीटर लगने के बाद इसे रिचार्ज किया जाएगा और इसमें मोबाइल की तरह बिजली खपत के अनुसार कटौती की जाएगी। बिल अवधि या शुल्क संबंधी विवाद खत्म करने के लिए हर महीने बिल का हिसाब किया जाएगा। साथ ही जिन उपभोक्ताओं की प्रतिभूति राशि पहले से जमा है वह वापस कर दी जाएगी। रिचार्ज खत्म होने पर कुछ अवधि तक के लिए बिजली सुचारू रहेगी लेकिन निर्धारित समय के बाद खुद ही कट जाएगी। इस नये प्लान के लागू होने के बाद बिजली संयोजन जोड़ने, काटने, मीटर रीडिंग लेने, बिजली पहुंचाने, जुर्माना आदि व्यवस्था खुद ही खत्म हो जाएंगी। सबसे अहम यह है कि उपभोक्ताओं को एक साथ बिजली कटौती से नहीं जूझना पड़ेगा। बिजली विभाग के अधिकारियों के अनुसार स्मार्ट मीटर से यह भी पता चल जाएगा कि किसी क्षेत्र में आवंटित भार से अधिक बिजली तो खर्च नहीं हो रही है। ट्रांसफार्मर से बिजली चोरी का भी पता लग सकेगा। बिजली अफसरों ने बताया कि स्मार्ट प्रीपेड मीटर लगने के बाद बिल भुगतान संबंधी तमाम व्यवस्था में बदलाव आएगा।