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देश के पहले सीडीएस स्वर्गीय जनरल बिपिन रावत के नाम से जाना जाए महानगर हल्द्वानी का ट्रांसपोर्ट नगर*
देवभूमि उद्योग व्यापार मंडल और देवभूमि ट्रक ओनर्स महासंघ ने आज सोमवार 8 दिसंबर को उत्तराखंड सरकार और नगर निगम हल्द्वानी से मांग की है कि हल्द्वानी का ट्रांसपोर्ट नगर स्वर्गीय जनरल बिपिन रावत के नाम से जाना जाए। यह मांग उनकी पुण्यतिथि पर श्रद्धांजलि देते हुए की गई है। जनरल बिपिन रावत भारत के पहले चीफ ऑफ डिफेंस स्टाफ (सीडीएस) थे और उन्होंने भारतीय सेना में कई महत्वपूर्ण पदों पर कार्य किया था। उनका जन्म 16 मार्च 1958 को पौड़ी गढ़वाल, उत्तराखंड में हुआ था और उन्होंने अपनी शिक्षा देहरादून के कैम्बरले स्कूल और भारतीय सैन्य अकादमी से प्राप्त की थी।
दुर्भाग्य से, जनरल बिपिन रावत का निधन 8 दिसंबर 2021 को एक हेलीकॉप्टर दुर्घटना में हुआ था जिसमें वह वीरगति प्राप्त कर गए थे। उनकी मृत्यु ने पूरे देश में शोक की लहर फैला दी थी।
देवभूमि उद्योग व्यापार मंडल के कुमाऊं मंडल प्रवक्ता हरजीत सिंह चड्ढा और महासंघ अध्यक्ष राकेश जोशी व ट्रांसपोर्टर नेता पंडित दया किशन शर्मा ने कहा, “हमें गर्व है कि जनरल बिपिन रावत हमारे प्रदेश के बेटे थे और उन्होंने देश की सेवा में अपना जीवन समर्पित कर दिया था। हम सरकार से मांग करते हैं कि हल्द्वानी का ट्रांसपोर्ट नगर उनके नाम से जाना जाए और उनकी याद में एक स्मारक बनाया जाए। इस मांग का समर्थन देवभूमि ट्रक ओनर्स महासंघ के अध्यक्ष राकेश जोशी और अन्य पदाधिकारियों ने किया है। मांग करने वालों में प्रदेश अध्यक्ष हुकुम सिंह कुंवर, देवभूमि ट्रांसपोर्ट महासंघ अध्यक्ष राकेश जोशी, हरजीत सिंह चड्ढा, पंडित दया किशन शर्मा, भास्कर जोशी, ललित रौतेला, उमेश चंद्र पांडे, जसपाल सिंह कोहली, आफताब हुसैन, नवीन मेलकानी,गिरीश चंद्र मेलकानी, रोहित रौतेला, गोविंद सिंह मेहरा, जगमोहन चीलवाल, किशन कोश्यारी विक्रम बिष्ट, शिवराज सिंह बिष्ट,बृजेश तिवारी , रोहित रौतेला स्वर्ण पाल सिंह आदि शामिल हैं।



