समाचार शगुन हल्द्वानी उत्तराखंड

सुभाष नगर में 140 परिवारों को मकान तोड़ने का नोटिस देने के खिलाफ 19 जून गुरुवार को सुभाष नगर स्थित दुर्गा मंदिर प्रांगण में महापंचायत आयोजित की गई। इस मौके पर प्रशासन की कार्रवाई को अमानवीय” और “तानाशाही करार दिया गया। कहा कि, “वर्षों से बसे परिवारों को उनके मकान तोड़ने का तुगलकी फरमान देना बिल्कुल बर्दाश्त नहीं किया जाएगा। यह केवल घरों को बचाने की नहीं, बल्कि इंसाफ और मानवीय अधिकारों की लड़ाई है। इस दौरान विधायक हल्द्वानी सुमित हृदयेश ने स्पष्ट किया कि यह कार्रवाई किसी भी रूप में स्वीकार्य नहीं है और इसका हर स्तर पर विरोध किया जाएगा।

उन्होंने कहा कि वे इस मुद्दे को विधानसभा में भी उठाएंगे और ज़रूरत पड़ी तो न्यायालय तक जाने से भी पीछे नहीं हटेंगे। महापंचायत में दीपक बल्यूटिया ने कहा कि प्राकृतिक नालों से छेड़छाड़ करने की वजह से जलभराव हो रहा है और जल निकासी की व्यवस्था खराब हो रही है। उन्होंने कहा कि सालों से बसें लोगों को परेशान किया गया तो संघर्ष किया जाएगा। महापंचायत में सैकड़ों की संख्या में स्थानीय लोग मौजूद रहे और प्रशासन के इस फैसले के खिलाफ एकजुटता दिखाई। लोगों ने विधायक के समक्ष अपनी समस्याएँ रखीं और न्याय की मांग की।महापंचायत के उपरांत विधायक सुमित हृदयेश ने बमौरी क्षेत्र का भी दौरा किया, जहाँ उन्होंने नाले के नाम पर उजाड़े जा रहे परिवारों से भेंट कर उनकी समस्याएँ सुनीं और उन्हें भी हरसंभव सहयोग का आश्वासन दिया। उन्होंने कहा कि बमौरी क्षेत्र के साथ भी अन्याय नहीं होने दिया जाएगा और वहाँ के निवासियों की लड़ाई भी पूरी ताकत से लड़ी जाएगी। इस दौरान राहुल छिम्वाल, दीप पाठक, पूरन चंद्र बवाड़ी, सतनाम सिंह चटवाल, मुकुल बल्यूटिया, हेम चंद्र जोशी, गोपाल दत्त जोशी, शशि वर्मा, हेमा कर्नाटक, ममता कुलौरा, सुनीता बुधानी, शांति देवी, बिमला तिवारी, नीमा चौहान, हेमा लटवाल, कन्नू सुयाल, कन्नू जोशी, कुंदन सिंह, जगदीश चंद्र उपाध्याय, एच एस जीना, संजय बोरा, कंचु मटियानी सहित समस्त क्षेत्रवासी मौजूद रहे।