समाचार शगुन, हल्द्वानी उत्तराखंड
कुमाऊं आयुक्त दीपक रावत ने शुक्रवार को मिनी स्टेडियम का निरीक्षण किया। निरीक्षण के दौरान बैडमिंटन की प्रैक्टिस कर रहे बच्चों से आयुक्त ने पूछा की गेम खेलते हुए बिजली जाने पर जनरेटर चलता है या नहीं। बच्चों ने बताया कि बिजली जाने के बाद वे अंधेरे में ही बैडमिंटन खेलते हैं। आयुक्त ने जिला खेल अधिकारी को निर्देशित किया कि हर हाल में जनरेटर ठीक कराया जाए। इससे पूर्व भी खेल विभाग को आदेशित किया गया था कि इंडोर गेम के दौरान बिजली के जाते ही तुरंत जनरेटर चालू किया जाए जिससे बच्चे उजाले में खेल सके। इसके बावजूद विभाग के अधिकारियों द्वारा मामले को गंभीरता से नहीं लिया गया। उन्होंने खेल अधिकारी को स्पष्ट निर्देशित किया कि बिजली जाने के बाद जिस कार्मिक द्वारा जनरेटर को चालू किया जाएगा उसके नाम का लिखित ऑर्डर कर प्रतिलिपि डीएम और आयुक्त को भेजी जाए। निरीक्षण में यह भी पता चला कि कोच समय से नहीं आते हैं। आयुक्त ने जिला खेल अधिकारी को सभी कोच की बायोमेट्रिक उपस्थिति सुनिश्चित करने को कहा। इससे पूर्व आयुक्त ने 04 करोड़ 77 लाख की लागत से बन रहै फुटबाल मैदान का निरीक्षण किया। निरीक्षण के दौरान कार्य संतोषजनक पाया गया। कार्य उत्तराखंड पेयजल निर्माण निगम द्वारा किया गया है। निरीक्षण के दौरान सिटी मजिस्ट्रेट ऋचा सिंह, खेल अधिकारी जानकी कार्की सहित तमाम खिलाड़ी और कोच मौजूद थे।