समाचार शगुन उत्तराखंड
कुमाऊं के बागेश्वर जिले में भाजपा का प्रदेश महामंत्री बनने के बाद पहली बार पहुंचे कुंदन सिंह परिहार का भाजपा कार्यकर्ताओं ने जोरदार स्वागत किया। इस दौरान यातायात और कानूनी व्यवस्था की निगरानी के लिए वहां पहुंचे कोतवाल कैलाश नेगी और आरक्षी नरेंद्र गाेस्वामी ने उनका पुष्प गुच्छ से स्वागत किया। वर्दी पहनकर भाजपा के प्रदेश महामंत्री का स्वागत करने वाली फोटो के सोशल मीडिया पर वायरल होते ही बवाल मच गया। विपक्ष इस मामले को लेकर हमलावर हो गए। अब इसका संज्ञान लेकर एसपी ने विभागीय जांच के आदेश दे दिए हैं। आठ अक्तूबर बुधवार को भाजपा के प्रदेश महामंत्री बनने के बाद परिहार जिले में पहुंचे। कार्यकर्ताओं ने ग्वालदम से लेकर बागेश्वर पहुंचने तक उनका फूल माला पहनाकर ओर पुष्प गुच्छ देकर स्वागत किया। उनके स्वागत में कार्यकताओं की भीड़ उमड़ी। भीड़ में यातायात बाधित न हो इसके लिए वहां पुलिसकर्मियों को जगह-जगह तैनात किया गया था। लोगों की सुरक्षा और यातायात व्यवस्था संभालने में वहां तैनात कोतवाल नेगी और पुलिस जवान ने फूलों का गुलस्ता देकर महामंत्री का स्वागत करते हुए फोटा खिंचवा ली। शाम होने के बाद फोटो सोशल मीडिया में वायरल होने लगा। लोगों ने वर्दी में भाजपा महामंत्री के स्वागत करने की इस फोटो पर जमकर कमेंट लिखे। एक यूजर ने लिखा कि बागेश्वर पुलिस ने भाजपा महामंत्री के स्वागत में पोस्टर लगाने चाहिए थे। एक यूजर ने लिखा कि जिसके हाथ में गुलस्ता, उसके आगे सब झुकता। एक यूजर ने पुलिस की इस फोटो को कालनेमि का नाम देते हुए लिखा आंखें पर काला चश्मा और चेहरे पर धन्य-धन्य हो जाने का भाव। सोशल मीडिया में फोटो के वायरल होने के बाद जिले में अब पुलिस की कार्यप्रणाली पर भी सवाल उठने लगे हैं। नगर के सार्वजनिक स्थानों में वायरल फोटो की जमकर चर्चा हो रही है।
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पुराना एक और मामला
जिले में पुलिस ने साल 2021 में तत्कालीन भाजपा प्रदेश अध्यक्ष जब डिग्री कॉलेज मैदान में हेलीकॉप्टर से पहुंचे तो पुलिस के जवानों ने उन्हें गार्ड ऑफ आर्नर दे डाला। गार्ड ऑफ आर्नर की तस्वीर सोशल मीडिया पर वायरल होने के बात पुलिस की कार्यप्रणाली पर जमकर सवाल खड़े हुए। कांग्रेस के प्रदेश स्तरीय नेताओं सहित कई लोगों ने पुलिस की कार्यशैली पर जमकर सवाल खड़े किए लेकिन पुलिस ने उस घटना से भी सबक नहीं लिया। कोतवाल नेगी ने दलबल के साथ भाजपा महामंत्री का स्वागत कर एक बार फिर जिले की पुलिस पर प्रश्नचिह्न लगा दिए। एसएसपी ने बताया कि मामले की विभागीय जांच के आदेश दिये गये हैं। सीओ बागेश्वर मामले की जांच करेंगे। जांच के बाद कर्मचारियों के खिलाफ आवश्यक विभागीय कार्रवाई की जाएगी।