राज्य कर विभाग की दोहरी कार्यप्रणाली को लेकर ट्रांसपोर्ट व्यापारी ने उठाए सवाल

समाचार शगुन हल्द्वानी उत्तराखंड

ट्रांसपोर्ट व्यापारी शत्रुघ्न पांडे ने राज्य कर विभाग की कार्यप्रणाली को संदिग्ध करार देते हुए प्रांतीय नगर उद्योग व्यापार मंडल से सहयोग की अपील की और संगठन को विस्तार से जानकारी देते हुए कहा कि राज्य कर विभाग व्यापारियों के साथ दोहरा व्यवहार कर रहा है अपने चहेतों को फायदा पहुंचाने के लिए सभी नियमों को ताक में रख दिया जाता हे जिसकी विस्तृत जानकारी व्यापारी शत्रुघ्न पांडेय द्वारा दिए गए पत्र में हे जो इस प्रकार है। काठगोदाम स्थित राज्य कर कार्यालय में कार्यरत राज्य अधिकारी प्रतिदिन लाखों रुपए की राजस्व की हानि करवाने में कर चोरों से सुविधा शुल्क लेकर राजस्व की हानि करा रहे हैं।

*महोदय आपको अवगत कराना है कि दिनांक 19 12 2024 बृहस्पतिवार रात्रि लगभग 1:30 बजे वहां संख्या यूपी 14 KT 6354 (मणिमहेश ट्रांसपोर्ट दिल्ली)को राज्य कर अधिकारी प्रवर्तन काठगोदाम द्वारा जांच के लिए रोका गया जिसमें की बिल प्रपत्र न होने पर काठगोदाम vs स्थित राज्य कर कार्यालय में खड़ा किया गया जिसका भौतिक सत्यापन नियमतः वाहन में पाए गए प्रत्येक पार्सल को खोलकर पार्सल में मजूद हर एक समान का एमआरपी के हिसाब से मूल्यांकन किया जाने का नियम है वाहन में मौजूद प्रत्येक पार्सल का इसी तरह मूल्यांकन किए जाने का नियम है जो की जांच अधिकारी द्वारा नहीं किया गया एवं उक्त वाहन को आनन फ़ानन में दिनांक 20.12.2024 को रात्रि में गोपनीय तरीके से नाम मात्र का जुर्माना लगाकर छोड़ दिया गया जो कि नियम के विरुद्ध है। महोदय आपके संज्ञान में लाना अति आवश्यक है कि भौतिक सत्यापन हेतु विभाग की अधिकृत लेबर होती है उसी के द्वारा ही भौतिक सत्यापन होना चाहिए परंतु मणिमहेश ट्रांसपोर्ट के वाहन का भौतिक सत्यापन जांच अधिकारी द्वारा देव ट्रांसपोर्ट की लेबर द्वारा करवाया गया क्योंकि यह वाहन देव ट्रांसपोर्ट हल्द्वानी पर उतरना था जांच अधिकारी का देव ट्रांसपोर्ट की लेबर द्वारा भौतिक सत्यापन का कार्य करवाना संदेह का विषय है क्यों कि वाहन में गुटखा तंबाकू खैनी एवं अन्य सामान मौजूद था मणि महेश का जुर्माना कम से कम लगे यह जांच अधिकारी का उद्देय था।  लिहाजा जांच अधिकारी द्वारा भौतिक सत्यापन नाम मात्र का किया गया जबकि नियमतः प्रत्येक पार्सल को खोलकर उसमें मौजूद प्रत्येक सामान पर खुदरा मूल्य सामान की संख्या समेत दर्शाकर उस पर जुर्माना लगाना चाहिए जो कि नहीं किया गया*
*महोदय आपके संज्ञान में यह महत्वपूर्ण बात भी लानी है दूसरे ही दिन 19 12 20224 को एक अन्य वाहन एस आर गोल्डन ट्रांसपोर्ट दिल्ली का भी जाँच के लिए रोका गया जिसकी जांच के लिए SIB की टीम गठित गठित की गई जिसकी जांच आज दिनांक तक चल रही है क्योंकि उसकी जांच विभाग द्वारा अधिकृत लेबर द्वारा कराई जा रही है।‌ महोदय के संज्ञान में यह बात लानी है कि एक बड़े वाहन का भौतिक सत्यवान करने में तीन से चार दिन का समय लगता है जबकि मणिमहेश के वाहन का भौतिक सत्यापन मात्र 12 घंटे में जाँच अधिकारी द्वारा अनाधिकृत लेबर बुलवाकर लीपा पोती करवा कर नाम मात्र का जुर्माना वसूल कर जांच अधिकारी द्वारा छोड़ दिया गया। मणिमहेश ट्रांसपोर्ट के वाहन को जल्द से जल्द छोड़ना इसलिए आवश्यक था क्योंकि उसमें गुटखा तंबाकू खैनी इत्यादि था जांच अधिकारी द्वारा वाहन को स्वयं अपने अधिकार क्षेत्र में रखते हुए वाहन को आनन -फ़ानन में छोड़ना जाँच अधिकारी का उद्देश्य था। लिहाजा मणिमहेश ट्रांसपोर्ट को फायदा पहुंचाने के लिए वाहन को अपने अधिकार रखा और इस ट्रांसपोर्ट को फायदा पहुंचाने में सफल रहे। उन्होंने मामले की निष्पक्ष जांच करवाने की कृपा करें।

बाक्स।

व्यापारी के इस पत्र के बाबत प्रांतीय नगर उद्योग व्यापार मंडल के प्रदेश संगठन प्रभारी वीरेंद्र गुप्ता ने संगठन की तरफ से व्यापारी को पूर्ण आश्वस्त किया कि संगठन इस संबंध में शीघ्र ही राज्य कर विभाग के सचिव और राज्य कर आयुक्त से वार्ता करेगा और दोषी अधिकारियों पर कार्यवाही की मांग करेगा।

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