समाचार शगुन हल्द्वानी उत्तराखंड
उत्तराखंड विद्युत संविदा कर्मचारी संगठन का 14वां स्थापना दिवस आज मंगलवार 24 सितंबर को हल्द्वानी के रामपुर रोड स्थित अतिथि बैंकट हाल में मनाया गया। इसमें समस्त कुमाऊं जोन से आये संगठन पदाधिकारी एवं सदस्यों ने प्रतिभाग किया।
कार्यक्रम के मुख्य अतिथि के तौर पर इंटक यूथ अध्यक्ष लवी चिलवाल एवं विनय भूषण अग्रवाल (सलाहकार) मौजूद रहे। इस मौके पर संगठन के प्रदेश महामंत्री मनोज पन्त ने संगठन के एकता मंच के माध्यम से होने वाले 30.09.2024 एवं 01.10.2024 को ऊर्जा भवन, देहरादून व जल विद्युत निगम, देहरादून में होने वाले आंदोलन की रूपरेखा एवं कार्ययोजना के विषय में अवगत कराया। उन्होंने कहा कि औद्योगिक न्यायाधिकरण, हल्द्वानी द्वारा दिनांक 12.09.2017 को पारित आदेश को लागू करते हुये ऊर्जा के संविदा कर्मचारियों को नियमित करने अथवा विनियमितिकरण नियमावली 2024 के अंतर्गत ऊर्जा संविदा कर्मचारियों को नियमित किया जाय। स्थापना दिवस के अवसर पर केंद्रीय कार्यकारिणी सदस्य कैलाश उपाध्याय एवं संगठन के पूर्व उपाध्यक्ष प्रेम भट्ट द्वारा संगठन के संविदाकर्मियों के हितों हेतु पूर्व से किये गये क्रियाकलापों से अवगत कराया गया। केंद्रीय कार्यकारिणी सदस्य एवं नैनीताल के खण्डीय अध्यक्ष कंचन जोशी द्वारा संगठन के सदस्यों को माननीय उच्च न्यायायल एवं सर्वोच्च न्यायालय में चल रहे वाद के विषय में अवगत कराया गया। खंडीय अध्यक्ष हल्द्वानी रवि बिष्ट ने 30 सितंबर व एक अक्टूबर को होने वाले आंदोलन में बढ़चढ़कर भागीदारी सुनिश्चित का आह्वान किया। स्थापना दिवस के अवसर पर मंच का संचालन रोहित मिश्रा एवं विकास ने किया। इस अवसर पर कुमाऊं जोन के नैनीताल खण्ड, पिथौरागढ़ खण्ड, रुद्रपुर खण्ड, रामनगर खण्ड, खटीमा खण्ड, टनकपुर खण्ड, किच्छा खण्ड, हल्द्वानी खण्ड एवं विभिन्न अन्य खंडों से पदाधिकारी और सदस्यगण उपस्थित रहे। कार्यक्रम में दीपा भण्डारी, मधु रावत, किरन बोरा, सरिता बिष्ट, मनीष पांडेय, कैलाश उपाध्याय, नवीन चुफाल, भूपाल कार्की, कमलेश मेहरा, त्रिभुवन काण्डपाल, रवीश भट्ट, डीप कापड़ी, देवेंद्र जोशी, भास्कर पांडेय, घनश्याम बिष्ट, रमेश डंगवाल, नीरज पन्त, अनिल जोशी, गोविंद जोशी, दीपक प्रकाश, दिनेश, उमेश जोशी, सचिन आर्या, धीरज भाकुनी, अरविंद भट्ट, यतेंद्र भट्ट, हरीश पांडेय, चेतन जोशी, दिनेश दस्पा, नरेंद्र बोरा, मनोज टम्टा, मोहन चौबे, घनश्याम चुफाल, राजेन्द्र काण्डपाल, नरेंद्र बिष्ट, श्याम बोरा, हरीश बिष्ट, विशाल कुमार समेत बड़ी संख्या में कर्मचारी मौजूद थे।