समाचार शगुन हल्द्वानी उत्तराखंड
आज सोमवार 15 जुलाई को आखिरकार आकाश का शव औंधे मुंह मिट्टी से सना हुआ जयपुर बीसा मोतीनगर के पास बरामद हुआ। स्थानीय महिलाएं जब जंगल की ओर जा रहीं थीं तो उन्होंने शव को पड़ा देखा, सूचना मिलने पर मौके पर पुलिस पहुंची और परिजनों ने शव की शिनाख्त की। गौरतलब है कि मूलरूप से सुभाषनगर चौपुला ओवरब्रिज बरेली उत्तर प्रदेश निवासी आकाश उर्फ नरपाल सिंह (40 वर्ष) नैनीताल रोड स्थित एक पेट्रोल पंप में काम करता था और दमुवाढूंगा में पत्नी, तीन बेटियों और बहन के साथ रहता था। भारी बारिश के चलते बीती 11 जुलाई की रात आकाश बाइक समेत देवखड़ी गधेरे में बह गया था। तीन दिन से लगातार तलाश के बाद चौथे दिन रविवार को एसडीआरएफ और एनडीआरएफ की टीमों ने नवाबी रोड और डॉ.सुशीला तिवारी अस्पताल के पास नहर को खंगाला। एसटीएच तक पूरी नहर कर्वड है और इस पर यातायात का संचालन होता है। बीच-बीच में बने चैंबर को खोल कर एसडीआरएफ के जवान ऑक्सीजन मास्क के साथ नहर में उतरे। हालांकि इसके बाद भी आकाश का पता नहीं चल पाया था। इधर आज सफलता मिल गयी।