समाचार शगुन हल्द्वानी उत्तराखंड
भीमताल के एक प्रॉपर्टी डीलर पर बिजरौली में स्थित देवी मंदिर के आसपास की भूमि में नेपाली मजदूर लाकर जबरन कब्जा करने के मामले में कार्रवाई की शिकायत उत्तराखंड के मुख्यमंत्री और जिला प्रशासन से की गई है। बिजरौली के निवासियों का कहना है कि यह भूमि व मंदिर हमारे पूर्वजों की संपत्ति है लेकिन क्षेत्र के बिल्डर/प्रॉपर्टी डीलर मंदिर को नष्ट करने और मंदिर की भूमि में कब्जा करने की कार्रवाई कर रहे हैं इनके विरुद्ध कार्रवाई की जाए । उल्लेखनीय है कि पूर्व में भी कुछ ने भूमाफियाओं ने देवी मंदिर के पेड़ों को काटने की कार्रवाई की गई हैं और जिला प्रशासन के निर्देश पर भीमताल निवासी गोपाल बिष्ट के विरुद्ध वन विभाग द्वारा वन अधिनियम के अंतर्गत कानूनी कार्रवाई भी की जा चुकी है। इस मामले में भाजपा से जुड़े प्रॉपर्टी डीलरों के नाम भी सामने आए हैं। इधर राजस्व विभाग के अधिकारियों का कहना है कि अगर बिजरौली भूमि में स्थानीय निवासियों का सैकड़ो वर्ष पुराना देवी मंदिर स्थापित है तो भूमि में कब्जे के आधार पर कोई भी व्यक्ति जबरन भूमि की खरीद फरोख्त नहीं कर सकता है – और ऐसी मंदिर के कब्जे वाली भूमि का दाखिल खारिज भी नहीं हो सकता है स्थानीय निवासियों को खुद ही ऐसे मामलों में पहल करके अपने पूर्वजों द्वारा स्थापित देवी मंदिर /देवालय की रक्षा करने के लिए आगे आना चाहिए। क्षेत्र के सामाजिक कार्यकर्ता विकास भारती ने भीमताल के बिल्डरों के विरुद्ध गुंडा एक्ट में मुकदमा दर्ज करने की मांग की है जिनके द्वारा बिजरौली के स्थानीय निवासियों के पूर्वजों द्वारा स्थापित मंदिर में कब्जा करने और भूमि में कब्जा करने के कार्रवाई करके क्षेत्र का माहौल खराब किया जा रहा है इधर स्थानीय निवासियों द्वारा भी हस्ताक्षर अभियान चलाकर प्रदेश के मुख्यमंत्री /और जिला प्रशासन को प्रकरण की शिकायत करके मंदिर की सुरक्षा सुनिश्चित करने की मांग की है। इधर इस प्रकरण पर सीएम हेल्पलाइन पोर्टल में मामला दर्ज होने के बाद मामले की जांच नैनीताल के संयुक्त मजिस्ट्रेट द्वारा की जा रही है। उत्तराखंड सरकार में कार्यरत राजस्व विभाग के मुख्य प्रशासनिक अधिकारी और बिजरौली के मूल निवासी पीतांबर बृजवासी द्वारा भी जिलाधिकारी नैनीताल को पत्र प्रेषित करके 200 वर्षों से अधिक समय से स्थापित पूर्वजों के देवी मंदिर में बिल्डरों और प्रॉपर्टी डीलरों के हस्तक्षेप पर कार्रवाई करने और मंदिर की सुरक्षा सुनिश्चित करने के संदर्भ में लिखित शिकायत प्रेषित की है। उत्तराखंड राज्य निर्माण आंदोलनकारी दिनेश थुवाल और भास्कर चंद्र ने जिलाधिकारी नैनीताल और प्रदेश के मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी को शिकायती पत्र प्रेषित करके भीमताल के बिल्डरों और भूमाफियाओं पर गुंडा एक्ट में कार्रवाई करने और उनकी प्रॉपर्टी को जब्त करने की मांग की है ।