हल्द्वानी में घटना के नौ महीने बाद मुकदमा दर्ज, चौकी इंचार्ज पर‌ राजीनामा करने का दबाव बनाने का आरोप

समाचार शगुन हल्द्वानी उत्तराखंड 

हल्द्वानी के फार्म नंबर तीन डहरिया निवासी दंपति का घर के बाहर कार खड़ी करने को लेकर नौ महीने पहले पड़ोसियों से विवाद हुआ था। पीड़ित पक्ष की ओर से मारपीट के दौरान पड़ोसियों पर मंगलसूत्र, सोने की चेन और मोबाइल छीनने का आरोप लगाते हुए तहरीर दी थी लेकिन मुकदमा दर्ज नहीं हुआ। अब एसएसपी के आदेश पर कोतवाली पुलिस ने पांच लोगों के खिलाफ नामजद रिपोर्ट दर्ज की है। पीड़ित महिला ने टीपीनगर के तत्कालीन चौकी इंचार्ज सहित आठ लोगों के खिलाफ शिकायत देते हुए कार्रवाई की मांग की थी। पीड़ित पक्ष की गीता सिराड़ी ने पुलिस को सौंपी तहरीर में कहा था कि पिछले साल एक दिसंबर को उनके पड़ोसी धन सिंह बोरा की बेटे की शादी से पहले मेहंदी का कार्यक्रम था। इस दौरान पड़ोसी के एक रिश्तेदार ने अपनी कार पीड़िता के घर के बाहर गलत तरीके से खड़ी कर दी। रात करीब 10 बजे गीता के पति अजय सिंह ने कार हटाने को कहा। आरोप है कि इस बात पर पड़ोसियों ने गाली-गलौज करते हुए मारपीट शुरू कर दी। गीता का आरोप है कि उन्होंने पति को बचाने की कोशिश की तो धन सिंह पक्ष के लोगों ने उनसे मारपीट की। साथ ही उनका मंगल सूत्र और सोने की चेन गले से खींच ली। वीडियो बनाने पर उनका मोबाइल भी छीन लिया। सूचना पर पहुंची पुलिस उनके पति को टीपीनगर पुलिस चौकी ले गई। दो दिसंबर को पुलिस ने राजीनामा करने के लिए चौकी बुलाया। गीता का आरोप है कि जब उन्होंने मुकदमा दर्ज करने को कहा तो तत्कालीन चौकी प्रभारी ने राजीनामा करने का दबाव बनाया। महिला का आरोप है कि घटना के अगले दिन दो दिसंबर को चौकी पुलिस और तीन दिसंबर को कोतवाली पुलिस ने उनके पति को बिठाए रखा। महिला ने तत्कालीन चौकी प्रभारी पर गंभीर आरोप लगाते हुए उनके साथ ही आठ लोगों के खिलाफ कार्रवाई करने की मांग की। जब यह मामला एसएसपी पीएन मीणा की जानकारी में आया तो उनके आदेश पर कोतवाली पुलिस ने घटना‌ के‌ नौ महीने बाद मुकदमा दर्ज कर लिया है। कोतवाली पुलिस के मुताबिक धन सिंह बोरा, नेहा बोरा, सविता बोरा, पारस ठुकराल और विकास ढैला के खिलाफ मुकदमा दर्ज कर किया गया है।

LEAVE A REPLY

Please enter your comment!
Please enter your name here