समाचार शगुन हल्द्वानी उत्तराखंड
–12वां आनन्द बल्लभ उप्रेती स्मृति व सम्मान समारोह
–लोक व्यवहार में अतिक्रमण हो रहा : सोनाल
हल्द्वानी। पिघलता हिमालय के संस्थापक सम्पादक व कथाकार स्व. आनन्द का 12वां स्मृति व सम्मान समारोह में हिमालय का लोक जीवन पर प्रभाव एवं लला जसुली विषय पर होने वाले सेमिनार के
साथ 12 विशिष्ट जनों को आनन्दश्री सम्मान से सम्मानित किया गया।
विपिन चन्द्र पांडे व भुवनेश विराट के संचालन में हुए सेमिनार में शोध पत्र वाचन के बाद आधार वक्ता गंगा सिंह पांगती ने कहा हिमालय की लोक परम्परा को विकृत न करें। पांगती ने कथाकार उप्रेती के योगदान के साथ ही जसुली शौक्याणी का उल्लेख करते हुए भारत तिब्बत व्यापार और पड़ाव पर विस्तार से चर्चा की। उन्होंने बागेश्वर मेले और पड़ाव के दस्तावेजों के साथ प्राचीन परम्परा और धरोहरों को बचाने की अपील की।
राम सिंह सोनाल ने लोक व्यवहार में अतिक्रमण से बचने और अपने इतिहास को जानने की अपील की। अंजनी बोनाल ने स्व. उप्रेती को श्रद्धांजलि अर्पित की। मुख्य अतिथि नरेंद्र सिंह जंगपांगी ने सीमांत क्षेत्र और अपनी पुरानी यादों को साझा किया। अध्यक्षता कर रहे उच्च शिक्षा के पूर्व निदेशक डा. सीडी सूठा ने स्मृति समारोह को ऐतिहासिक बताते हुए समाज को जोड़ने वाला बताया।
………………………
आनन्दश्री सम्मान इन्हें मिला-
प्रधान आयकर आयुक्त नरेन्द्र सिंह जंगपांगी, संयुक्त निदेशक उच्च शिक्षा डा.आनन्द सिंह उनियाल, नाकुरी पट्टी के समाजसेवी गंगा सिंह पांगती, शौका संस्कृति को समर्पित पूजा जंगपांगी बागेश्वर, रं संस्कृति को समर्पित अंजलि बोनाल लखनऊ, पर्वतीय संस्कृति में सक्रिय भूपाल सिंह बिष्ट बरेली, लोक गीत संगीतकार पूरन सिंह दानू बरेली, पत्रकार अमित उप्रेती, सुमित जोशी, संतोष जोशी, पवन कुंवर, दिनेश पांडेय।
…
164 शोध पत्र शामिल हुए-
सेमिनार के दौरान विभिन्न क्षेत्रों से 164 शोध पत्र शामिल हुए।
…..
यह रहे उपस्थित-
जोहार वेलफेयर सोसायटी के डीएस पांगती, भूपेंद्र सिंह पांगती, उच्च शिक्षा के पूर्व निदेशक प्रो.पीसी बाराकोटी, एनसी तिवारी, पत्रकार राजीव लोचन साह, हरीश पंत, रिखाड़ीखाल पौड़ी डिग्री कालेज के प्राचार्य डॉ.मनोज उप्रेती, दुर्गा सिंह बोथियाल, प्रो. अतुल जोशी, फल सिंह बोनाल, प्रयाग जोशी आदि।