समाचार शगुन उत्तराखंड

एक तरफ पूरा देश आजादी का 78वां जश्न मना रहा है. वहीं दूसरी ओर देश के प्रति जिम्मेदारी निभाते हुए कैप्टन दीपक सिंह शहीद हो गए। जम्मू कश्मीर के डोडा में सुरक्षाबलों और आतंकियों के बीच हुई गोलीबारी में उत्तराखंड के रहने वाले कैप्टन दीपक सिंह शहीद हो गए। दीपक सिंह मात्र 25 वर्ष के थे और 13 जून 2020 को सेना में भर्ती हुए थे। सेना के 48 राष्ट्रीय राइफल के कैप्टन दीपक ने गोली लगने के बावजूद मोर्चा नहीं छोड़ा और अपने जवानों को आतंकवादियों को मारने के लिए प्रेरित करते रहे। आज गुरुवार को जैसे ही शहीद कैप्टन दीपक सिंह का पार्थिव शरीर तिरंगे में लिपटा उनके देहरादून कुआंवाला स्थित घर पहुंचा तो पूरा माहौल गमगीन हो गया। परिजनों को रोता बिलखता देख हर किसी की आंखें नम हो गईं। जौलीग्रांट एयरपोर्ट पर सीएम धामी ने उन्हें श्रद्धांजलि दी। साथ ही राज्यपाल लेफ्टिनेंट जनरल (सेवानिवृत्त) गुरमीत सिंह ने भी उन्हें श्रद्धांजलि दी और उनके परिजनों से भी बात की।