समाचार शगुन हल्द्वानी उत्तराखंड
हल्द्वानी नगर निगम की बैंणी सेना की कार्यप्रणाली पर सवालिया निशान लगाए गए हैं। कूड़े के यूजर चार्ज की वसूली कम होने के मामले को गंभीरता से लिया गया है। इस संबंध में मेयर गजराज सिंह बिष्ट और नगर आयुक्त परितोष वर्मा ने बुधवार 17 दिसंबर को नगर निगम के सभागार में बैंणी सेना की बैठक ली।
नगर निगम प्रशासन ने तीन साल पहले कूड़े का यूजर चार्ज वसूलने के लिए बैंणी सेना तैयार की थी। इसमें स्वयं सहायता समूह से जुड़ी 400 से 500 महिलाओं को शामिल किया गया था। बैंणी सेना की मानिटरिंग के लिए प्रोजेक्ट मैनेजर भी तैनात किया गया था। शुरुआत में एक महीने में बैंणी सेना ने बेहतर कार्य करते हुए 35 लाख तक की आय अर्जित की थी। लंबे समय तक यह सिलसिला चलता रहा। इसके लिए बैंणी सेना की सराहना के साथ ही पुरस्कृत भी किया गया लेकिन अब आय में तीन से चार लाख रुपये प्रतिमाह की गिरावट आ गई है। अब बैंणी सेना की मानिटरिंग के लिए सिटी मिशन मैनेजर डॉ.आईपी पंत को नामित किया गया। साथ ही महीने की 10 तारीख को वसूला गया शुल्क और रसीद जमा कराने के निर्देश दिए। इसके अतिरिक्त बैंणी सेना की बैठक में किराएदारों के कूड़े का यूजर चार्ज न दिए जाने का मामला उठाया गया। इस पर नगर आयुक्त वर्मा ने ऐसे लोगों की सूची बनाने के निर्देश दिए।



