समाचार शगुन हल्द्वानी उत्तराखंड
नगर निगम के सफाई कर्मचारियों की समस्याओं के समाधान की मांग को लेकर मुख्यमंत्री को ज्ञापन भेजा गया है। मंगलवार को कर्मचारी नेता अमित कुमार के नेतृत्व में दर्जनों सफाई कर्मचारियों ने अपनी समस्याओं को लेकर एसडीएम को ज्ञापन सौंपा। अमित कुमार ने बताया कि आंदोलन के बाद से ही सफाई कर्मियो की मांगें शासन मे लम्बित चल रही है। यूनियनों के प्रदेश नेतृत्व ने उन्हें मनमाने का प्रयास तक नहीं किया तब से सफाई संघ सोये हुये हैं। उन्हें कर्मचारियों की समस्याओं से कोई लेना देना नहीं, ये लोग चुनाव के समय सक्रिय होंगे फिर बैठ जाएंगे। समस्याएं ऐसे चलती रहेंगी सफाई संगठनों के काम नहीं करने से परेशान हो चुके हैं। अब हम अपनी समस्याओं से लडेंगे जो मुनासिब होगा वो आंदोलन करेंगे अगर हम कुछ करते है तो शायद संगठन भी सक्रिय हो जाऐं कर्मचारियों का कुछ भला हो सके यदि सक्रिय नहीं भी होते तो हम तैयार है। अमित ने कहा कि ठेका प्रथा समाज में अभिशाप की तरह है, इसे समाप्त होना चाहिए और कार्यरत कर्मचारियों को संविदा पर समायोजित किया जाना चाहिए इससे साथ ही संविदा/आउटसोर्स/ उपनल कर्मियो के साथ साथ मौहल्ला स्वच्छता समिति के कर्मचारियों को भी नियमित किया जाना चाहिए शासन का इन कर्मियो पर ध्यान नहीं है जबकि ये कर्मचारी संविदा से भी पुराने हैं। इसके अलावा पुरानी पेंशन बहाल किये जाने
मृतक के आश्रित को नियुक्ति प्रदान के साथ वन टाइम सटेल्मेंट की व्यवस्था को समाप्त किये जाने सफाई कर्मियो का प्रमोशन पर्यावरण पर्यवेक्षक के पद पर किये जाने जैसी मांगें उठाई तथा इस दौरान कर्मचारियों ने मजिस्ट्रेट कार्यालय परिसर में प्रदेश सरकार की खिलाफ वादाखिलाफी किये जाने पर नाराजगी जाहिर करते हुए नारेबाजी की। ज्ञापन सौंपने वालों में विजय पाल, ललित वाल्मीकी, वाल्मीकी समाज के सरपंच राजेश वाल्मीकी, कैलाश, राजेश,बाबू, अर्जुन, सचिन, विरेन्द्र, रोहित मसीह, सुनील चौधरी, अतुल, रोनक, अरुण, बंटी, लक्की आदि शामिल थे।