समाचार शगुन उत्तराखंड
रामनगर के राजकीय इंटर कालेज ढेला में दो दिवसीय बालिका किशोरावस्था कार्यक्रम आज विधिवत शुरू हो गया।कार्यक्रम के पहले दिन देहरादून से आईं नेचर साइंस इनिशिएटिव की प्रोजेक्ट संयोजक अपूर्वा नेगी ने बालिकाओं के जीवन कौशल और लिंग संवेदनशीलता पर सत्र लिया। उन्होंने किशोरावस्था के दौरान होने वाले शारीरिक, मानसिक और भावनात्मक बदलावों पर चर्चा की।
गतिविधि के माध्यम से किशोरावस्था से जुड़ी गलतफहमियों को दूर किया। उन्होंने निर्णय लेने, संवाद करने और समस्या समाधान जैसे महत्वपूर्ण कौशलों पर ध्यान केंद्रित करने पर जोर दिया।
निर्माण गतिविधि के माध्यम से यह सिखाया कि किस प्रकार अपने ही साथियों के दबाव का सामना किया जाए। “STAR” तकनीक पर चर्चा करते हुए उन्होंने कहा रुकें, सोचें, कार्य करें, पुनर्विचार करें की कार्यपद्धति को विकसित कर के ही हम आगे बढ़ सकते हैं। देहरादून से आईं साइंस इनिशिएटिव की सौम्या प्रसाद ने लिंग समानता और मासिक धर्म स्वच्छता पर चर्चा की।
उन्होंने बताया सैनिटरी पैड स्वास्थ्य के लिए कैसे हानिकारक हैं और कपड़े के विकल्पों का उपयोग करते हुए मासिक धर्म स्वच्छता का प्रदर्शन किया जा सकता है। इस मौके पर आए हुए एक्सपर्ट्स द्वारक तनाव प्रबंधन के लिए साँस लेने की तकनीक और सकारात्मक पुष्टि की तकनीक भी बताई गई। साथियों के दबाव से संबंधित वास्तविक जीवन की स्थितियों पर समूह चर्चा आयोजित करते हुए समाधान भी प्रस्तुत किया गया।इस मौके पर विद्यालय के प्रभारी प्रधानाचार्य हरीश आर्य, नवेंदु मठपाल, दिनेश निखुर्पा, शैलेंद्र भट्ट, उषा पवार, जया बाफिला, प्रदीप शर्मा, बालकृष्ण चंद, संजीव कुमार, सविता रावत मौजूद रहे।