समाचार शगुन उत्तराखंड
राजकीय इंटर कालेजों में प्रधानाचार्य के पदों पर हो रही सीधी भर्ती को निरस्त किए जाने और प्रधानाचार्य के पद शत प्रतिशत पदोन्नति से भरे जाने की मांग को लेकर चल रहा राजकीय शिक्षक संघ का आंदोलन अब आक्रामक रूप लेता जा रहा है। बीती 2 सितंबर की सफल चाकडाउन हड़ताल के पश्चात अब शिक्षक संघ ने ऐलान किया है कि अध्यापक शिक्षक दिवस अर्थात 5 सितंबर के मौके पर न तो किसी सम्मान समारोह में भागीदारी करेगा और न ही किसी अन्य कार्यक्रम में। संगठन के प्रांतीय नेता नवेंदु मठपाल के अनुसार संगठन ने यह फैसला लिया है कि शिक्षक दिवस पर किसी भी कार्यक्रम में भागीदारी नहीं की जायेगी। इस बाबत प्रांतीय महामंत्री रमेश पैन्यूली एवं प्रांतीय अध्यक्ष राम सिंह चौहान की ओर से भी स्पष्ट पत्र जारी कर दिया गया है। इसी क्रम में आंदोलन को तेज करते हुए संगठन ने फैसला लिया है कि 6 सितंबर को सभी शिक्षक आकस्मिक अवकाश ले अपने अपने जनपद के मुख्य शिक्षा अधिकारी कार्यालय में धरना प्रदर्शन कार्यक्रम में भागीदारी करेंगे।