समाचार शगुन हल्द्वानी उत्तराखंड
हल्द्वानी के पत्रकारों ने आज गुरुवार को वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक नैनीताल की ओर से अनावश्यक नोटिस देकर पत्रकारों में भय का माहौल पैदा किए जाने के खिलाफ डीआईजी योगेन्द्र सिंह रावत से मुलाकात की और ज्ञापन सौंपा। पत्रकारों की ओर से सौंपे गए ज्ञापन में कहा गया है कि पिछले लंबे समय से नैनीताल जिले के वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक लोकतंत्र के चौथे स्तंभ पत्रकारों के ऊपर विभिन्न प्रकार से दबाव व अनर्गल, अनावश्यक नोटिस भेजकर उनका दमन करने और भय का माहौल बनाने का प्रयास कर रहे हैं। उन्होंने बताया कि बीती 12 अगस्त को जब शहर में एक क्राइम की खबर के इंटरव्यू लिए जाने के लिए पत्रकारों ने अधिकारियों के न मिलने पर अपने मीडिया ग्रुप में कुछ सामान्य बातें लिखी थी। इसके बाद वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक द्वारा बेवजह पत्रकारों के दमन करने और उनके ऊपर भय का माहौल बनाने की दृष्टि से अनावश्यक नोटिस दिया। यह कोई पहली घटना नहीं है इससे पूर्व भी कई पत्रकारों को दबाव में लेने के लिए इस प्रकार के नोटिस दिए जाते रहे हैं। उन्होंने कहा कि लोकतंत्र में महत्वपूर्ण भूमिका निभाने वाले पत्रकारों के ऊपर इस तरह की दमनकारी नीति का पत्रकार घोर विरोध करते हैं और पुलिस अधिकारी के इस कृत्य की कड़े शब्दों में निंदा करते हैं। कहा गया कि जनपद नैनीताल में पत्रकारों के उत्पीड़न या उन पर दबाव बनाने के इस तरह के प्रयास के खिलाफ जनपद के साथ ही पूरे प्रदेश के पत्रकारों में भारी आक्रोश है। पत्रकारों ने चेताया कि इस मामले में कार्रवाई न होने पर प्रदेश के हर जनपद में पत्रकार नैनीताल जिले के वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक के इस व्यवहार और पत्रकारों के बीच भय का माहौल बनाने के इस कृत्य के खिलाफ उग्र आंदोलन करने को बाध्य होंगे। डीआईजी को ज्ञापन सौंपने वालों में विभिन्न समाचार पत्र, इलेक्ट्रॉनिक मीडिया, पोर्टल से जुड़े पत्रकार शामिल थे।