समाचार शगुन हल्द्वानी उत्तराखंड
नैनीताल जिले में हल्द्वानी समेत अन्य जगहों पर बढ़ रहे स्मैक के कारोबार पर अंकुश लगाने की मांग को लेकर राज्य आंदोलनकारी व विभिन्न सामाजिक संगठनों से जुड़े लोग जिलाधिकारी कैंप कार्यालय पहुंचे और डीएम वंदना सिंह से मिले।
इस दौरान उन्होंने जिलाधिकारी को ज्ञापन सौंप कहा कि स्मैक के कारण युवा पीढ़ी बर्बादी की कगार पर पहुंच गयी है। कई घर विरान हो गये हैं। तमाम युवाओं का अभिभावक नशा उन्मूलन केंद्र में इलाज करा रहे हैं। उन्होंने कहा कि राज्य में स्मैक बाहरी प्रदेशों से लाये जाने की जानकारी मिली है। इस कारोबार में लिप्त लोगों को चिह्नित कर उनके खिलाफ कठोर कार्रवाई की जाए। उनका कहना था कि पुलिस स्मैकियों को पकड़ती है लेकिन बिना कार्यवाही के उन्हें छोड़ दिया जाता है। इससे भी इस कारोबार में लिप्त लोगों के हौंसले बुलंद हो रहे हैं। उन्होंने जिलाधिकारी से सख्ती से स्मैक तस्करी पर अंकुश लगाने की मांग की। इस पर डीएम वंदना ने कार्रवाई का भरोसा दिलाते हुए कहा कि गली-मोहल्लों में यदि किसी पर स्मैक आदि की तस्करी का शक लगे या कोई संदिग्ध नजर आए तो इसकी सूचना प्रशासन को उपलब्ध कराएं। डीएम ने कहा कि जागरूकता से भी युवाओं को नशे से दूर रखा जा सकता है। डीएम से मिलने वालों में राज्य आंदोलनकारी व पूर्व छात्रसंघ अध्यक्ष जगमोहन बगडवाल, कैलाश तिवारी, विकास एवं पर्यावरण सुरक्षा समिति जज फार्म के अध्यक्ष विशंभर कांडपाल, बलवंत सिंह राणा, नरेंद्र अधिकारी, नवीन पांडे, पूर्व प्रधान चंदन नेगी, प्रीतम सिंह किरोला, महेंद्र सिंह धोनी, हेम अवस्थी, पंकज, हेमंत ढेला, यतेंद्र बगडवाल, मनोज कार्की आदि शामिल थे।