समाचार शगुन हल्द्वानी उत्तराखंड
हल्द्वानी में आज शुक्रवार 14 जून को रोडवेज कर्मचारियों की आपात बैठक बुलाई गई। इस दौरान बीती चार जून को सड़क हादसे में मारे गये परिचालक मनीष मिश्रा के मामले में प्रबंधन के अनदेखी किए जाने पर आक्रोश जताया गया। उनका कहना था कि दिल्ली जाते वक्त बिलासपुर के पास हल्द्वानी डिपो की बस दुर्घटनाग्रस्त होती है। इसकी सूचना मिलने के बावजूद रोडवेज के अफसरों ने लापरवाही की, घंटों बाद अधिकारी घटनास्थल पर गये। इतना ही नहीं अफसरों की लापरवाही के कारण परिचालक को समय पर उपचार नहीं मिल पाया और उसकी जान चली गई। इस हादसे में चालक समेत 14 यात्री भी घायल हुए थे। उन्होंने डिपो एआरएम को पत्र देकर मृत परिचालक के परिजनों को पांच लाख का मुआवजा देने की मांग उठाई। इस दौरान तय किया गया कि यदि 27 जून तक लापरवाही बरतने वालों के खिलाफ कार्रवाई न की गई तो अगले दिन से रोडवेज कर्मचारी बस अड्डे में धरना प्रदर्शन व भूख हड़ताल पर बैठने को विवश होंगे। बैठक रोडवेज कर्मचारी संयुक्त परिषद ट्रैफिक शाखा हल्द्वानी की ओर से बुलाई गई थी। इस मौके पर उमेश जोशी, सुरेन्द्र रावत, अमित जंगवाल, कौशल जोशी, राजेंद्र सिंह नेगी, अनंत अग्रवाल, नंदी देवी, तारा देवी, नीमा डालाकोटी, विमला देवी, कविता जोशी, केएन तिवारी, गिरीश दानी, रमेश कपिल, नितेश चौधरी, करन कुमार, गगन जोशी, गुलजार सिंह, हरेंद्र सिंह, जीवन सिंह, रवीन्द्र प्रसाद, वसीम, नितेश शर्मा, प्रेम सिंह, विवेक कुमार, सुनील सेन, राजीव कुमार आदि मौजूद थे।